मप्र में एम शिक्षा मित्र योजना लागू कर दी गई है। इसके तहत मप्र के सभी शिक्षकों को निम्नानुसार परिवर्तन करने होंगे।
सभी शिक्षकों के पास एंड्रॉइड फोन होना अनिवार्य है।
यह विशेष मोबाइल एप्लिकेशन हर फोन में डाउनलोड होना चाहिए।
मोबाइल फोन का जीपीएस एक्टिवेट होना चाहिए।
शिक्षा विभाग को शिकायतें मिल रही हैं कि अधिकांश शिक्षक स्कूल से गायब रहते हैं। स्कूल समय में अनुपस्थित रहकर वे निजी काम कर रहे हैं। उपस्थिति के इसी बिगड़ैल ढर्रे को दुरुस्त करने के लिए विभाग एम-शिक्षा मित्र की मदद लेना चाहता है। अधिकारियों के मुताबिक इससे व्यवस्था पटरी पर आएगी। जो शिक्षक स्कूल से गायब रहेंगे, उन्हें एप की मदद से आसानी से ट्रेस किया जा सकेगा। एम-शिक्षा मित्र एप से पहले विभाग ई-अटेंडेंस योजना लागू कर चुका है।
2015 में इसे इंदौर संभाग में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया था। प्रदेशभर में इसी के जरिए उपस्थिति लेने की तैयारी थी, मगर इससे पहले ही विभाग ने एम-शिक्षा मित्र एप्लीकेशन लॉन्च कर दिया। इसके पीछे विभाग का तर्क था कि ई-अटेंडेंस में सिर्फ उपस्थिति का प्रावधान है। एम-शिक्षा मित्र से अवकाश का आवेदन, प्रमोशन की अर्जी, क्रमोन्नति और सूचनाओं के आदान-प्रदान से जुड़े कई काम हो सकेंगे। हालांकि यह मामला भी बाद में ठंडे बस्ते में चला गया। Click Here for m shiksha mitra app download