भोपाल। यहां गांधी मेडिकल कॉलेज में चल रही एमबीबीएस व बीडीएस की काउंसलिंग भी आरक्षण की लपटों से झुलस गई। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का आरोप है कि उनकी सीट आरक्षित वर्ग को दी जा रही है जबकि आरक्षित वर्ग की सीटें रिजर्व कर ली जा रहीं हैं। यह सामान्य वर्ग के साथ अन्याय है। गुस्साए छात्रों ने डीएमई जीएस पटेल को उनके कमरे में बंद कर दिया। मौके पर 4 थानों के 100 से ज्यादा पुलिस जवान पहुंचे तब कहीं जाकर डीएमई को मुक्त कराया जा सका।
हंगामा उस समय शुरू हुआ जब जनरल कोटे के छात्रों को पता चला कि उनकी सीटों को रिजर्व कोटे में कनवर्ट कर दिया गया है। छात्रों ने काउंसलिंग कर रहे अधिकारियों और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के दौरान कुछ छात्रों ने डीएमई पटेल के कमरे के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया और दो घंटे तक डीएमई को बाहर नहीं आने दिया। स्थिति बिगड़ती देख काउंसलिंग को तीन घंटे तक रोक दिया गया। पुलिस ने छात्रों को काबू करने के लिए डीएमई से बात करने की सलाह दी और अपने साथ ले जाकर बात कराई।
चार थानों के 100 जवानों को बुलाया
हंगामा के बाद जीएमसी परिसर छावनी के रूप में तब्दील हो गया। चार थानों के करीब 100 जवानों को तैनात किया गया। रात करीब साढ़े नौ बजे पुलिस की निगरानी में दोबारा काउंसलिंग शुरू हुई।
ओबीसी को जनरल सीट दे दी
सोमवार को कन्वर्जन राउंड काउंसलिंग में जनरल कोटे की सीटों पर अलॉटमेंट किया जा रहा था। इस दौरान ओबीसी कोटे के छात्र राहुल सोलंकी को जनरल कोटे की एमबीबीएस की सीट आवंटित कर दी गई। छात्रों ने राहुल द्वारा छोड़ी गई ओबीसी की सीट को जनरल कोटे में बदलने की मांग की। इस पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों ने इंकार कर दिया और कहा कि राहुल द्वारा छोड़ी गई सीट पर काउंसलिंग मंगलवार को कराई जाएगी।
लगाया धांधली का आरोप
इंदौर से आए मुकेश सक्सेना का कहना है कि मेडिकल कॉलेजों के लिए बाहरी राज्य के बच्चों को ऑनलाइन की जगह सेकंड राउंड की ऑफलाइन काउंसलिंग में बुलाया, जिससे मप्र के बच्चों को एडमिशन ही न मिल पाए। अफसर धांधली कर रहे हैं।
नियमों के मुताबिक हो रही काउंसलिंग, छात्रों का आरोप गलत
एमबीबीएस और बीडीएस के लिए चल रही काउंसलिंग में किसी प्रकार की धांधली का आरोप गलत है। ओबीसी कोटे के एक छात्र को जनरल कोटे की सीट मेरिट के आधार पर दी गई है। इसको लेकर छात्र हंगामा कर रहे थे, छात्रों को बता दिया गया है कि नियमों के तहत ही ओबीसी कोटे के छात्र को सीट दी गई है।
जीएस पटेल, डीएमई