जबलपुर। बच्चों की शैतानियां अक्सर परेशान करतीं हैं परंतु यहां एक बच्चे की शैतानियों ने ही उसे जिंदा बचा लिया। किडनेर्स ने उसे अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन घने जंगल में डरने के बजाए बच्चे ने शैतानियां शुरू कर दीं। हालात यह बने कि किडनेपर्स ने बच्चे को नीचे उतारा, हाथ जोड़कर माफी मांगी और भाग गए।
पुलिस के अनुसार ग्वारीघाट रोड नर्मदा नगर में रहने वाले सरदार कुलदीप सिंह बड़े ट्रांसपोर्ट व्यवसायी हैं। कुलदीप का 11 वर्षीय बेटे पोलीपाथर सेंट अलॉयसिस स्कूल में 5 वीं क्लास में पढ़ता है। गुरुवार की दोपहर वह स्कूल से आने के बाद वह तकरीबन 12:30 बजे घर से 50 मीटर दूर ट्यूशन पढ़ने के लिए निकला था। रास्ते में लाल रंग की बाइक पर दो युवकों ने उसे रोका और जबरन बाइक में बैठा लिया। सहेज ने शोर मचाया तो एक बदमाश ने उसे चांटा मारकर चाकू दिखाया और चुप बैठने की हिदायत दी। इस पर सहेज शांत हो गया और दोनों बदमाश रामपुर की तरफ जाने लगे।
अब तक सहेज समझ चुका था कि वह बड़ी मुसीबत में फंस गया है। नयागांव के सुनसान इलाके में पहुंचते ही बदमाश बेफ्रिक हो चुके थे लेकिन यहां सहज का दिमाग चलना शुरू हो गया। मौका मिलते ही उसने पीछे बैठे बदमाश के हाथ से चाकू छीनकर झाड़ियों में फेंक दिया। फिर पिटाई से बचने के लिए उनकी सारी बातें मानने की गुजारिश की। बरगी हिल्स के आगे उसने बदमाशों को गुदगुदाना, बाल पकड़कर मारना और नोचना शुरू कर दिया। चलती बाइक पर बच्चे की शैतानी से बदमाश परेशान हो गए और मंगेला के पास जंगली इलाके में उसे बाइक से उतार दिया, उसके हाथ पैर जोड़कर माफी मांगी और तेजी से वापस लौट गए। इधर दो घंटे से ज्यादा तक सहेज के घर न लौटने पर परिजन परेशान हुए और फिर उसकी तलाश शुरू की गई।
गुरुद्वारे पहुंचकर लंगर खाया फिर लगाया घरवालों को फोन
चूंकि सहेज अक्सर परिवारवालों के साथ मंगेला स्थित गुरुद्वारे जाता था, इसलिए उसे रास्ते की जानकारी थी। लिहाजा वो पैदल चलते ही गुरूद्वारे पहुंचा और सबसे पहले लंगर में बैठकर इत्मिनान से भोजन किया। फिर गुरूद्वारे के कर्मचारियों को अपने पिताजी का मोबाइल नंबर बताकर उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। जिसके बाद परिवार वाले पुलिस के साथ गुरूद्वारे पहुंचे और सहेज को घर लेकर लौटे।
जांच में सही निकला मामला
पहले तो पुलिस को सहेज की बातें गलत लग रहीं थीं। लेकिन जब पड़ताल की गई तो मामला सही निकला। पुलिस ने कई बार क्रॉस चेक करते हुए सहेज के बयान लिए लेकिन हमेशा एक सा बयान रहा। मोहल्ले के कुछ लोगों ने भी सहेज को बाइक पर दो युवकों के साथ जाते हुए देखने की पुष्टि की।
इसके अलावा नर्मदा नगर से मंगेला के करीब 12 किलोमीटर लंबे रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज चेक किए गए, राहगीरों और गुरूद्वारे के कर्मचारियों से बयान लेने के बाद पुलिस ने मान लिया कि सहेज के अपहरण की वारदात सच थी। लिहाजा अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है।