ग्वालियर। श्योपुर विकासखण्ड कराहल के 5 गांवों में 10 करोड़ कीमत की 1 हजार बीघा जमींन को खुर्द-बुर्द कर दिया गया। सरकारी और आदिवासियों के नाम से हटाकर सीधा धनाड्यों के नाम जमींन चढ़ाये जाने का कारनामा आरआई और पटवारी ने मिलकर किया। खास बात यह रही कि आदिवासी बनकर आरआई ने अपने नाम 34 बीघा जमींन का आवंटन भी करा लिया। जो ग्रामीणों की शिकायत के बाद कलेक्टर की जांच में सिद्ध भी हो गया।
कलेक्टर पीएस सोलंकी ने पत्रकारों को बताया कि मामला संज्ञान में आया है, जांच करा रहे हैं, जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। जमींन को पुरानी स्थिति में लौटाया जायेगा। गौरतलब है कि कराहल विकासखण्ड के गांव सारसल्ला, भोजका, साबड़ी, केरका व केलोर में शासकीय और आदिवासियों के नाम पर करीब 1 हजार बीघा जमींन थी। 7-8 साल पूर्व जब इन गांवों का बन्दोवस्त हुआ तब आरआई भोगीराम शर्मा ने करीब 100 धनाड्यों के नाम पर जमींन लिख दी व भोगीराम शर्मा ने आदिवासी बनकर खुद के नाम पर 34 बीघा जमींन का आबंटन कर लिया।