भोपाल। खरगौन जिले की सनावद नगरपालिका के अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा को 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी लोकायुक्त पुलिस की छापामारी के दौरान हुई। अध्यक्ष महोदय एक बिल्डर से 10 लाख की मांग कर रहे थे, ना देने पर उन्होंने बिल्डर का काम बंद करवा दिया था। श्री शर्मा मूलत: भाजपा नेता हैं परंतु जब भाजपा ने टिकिट नहीं दिया तो कांग्रेस में कूद गए थे और यहां से टिकिट हासिल कर जीत भी गए थे।
इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने सनावद नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा को 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले में इसे लोकायुक्त पुलिस की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है। लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी जीडी शर्मा के मुताबिक बिल्डर प्रवीण शर्मा की शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई। सनावद में मां नर्मदा विहार कॉलोनी में 10 हजार स्क्वेयर फीट जमीन पर कॉलोनी को मंजूरी देने के एवज में रिश्वत मांगी गई थी।
सनावद में प्रस्तावित इस कॉलोनी को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग और नगर पालिका सीएमओ से मंजूरी मिल चुकी थी। अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा जानबूझकर इसमें बाधा खड़ी कर रहे थे। उन्होंने जांच कमेटी का गठन कर दिया था और 25 लाख रुपए रिश्वत देने पर ही कॉलोनी के लिए मंजूरी देने की बात पर अड़ गए थे।
प्रवीण सोलंकी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस को कर दी। डीएसपी जीडी शर्मा के नेतृत्व में लोकायुक्त पुलिस की एक टीम ने शनिवार शाम को नगरीय प्रशासन कार्यालय में कार्रवाई करते हुए नरेंद्र शर्मा को धरदबोचा।