भोपाल। छतरपुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने शिकायत की है कि व्यापमं के माध्यम से हुईं संविदा शिक्षक भर्ती 2008 में छतरपुर में भी बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। यहां कई ऐसे अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी गई जो कतई पात्र नहीं थे। एक तो ऐसा भी है जो 12वीं पास तक नहीं था। एक अभ्यर्थी की बीएड की डिग्री फर्जी है, नौकरी के बाद विभागीय योजना से उसने बीएड किया है। ऐसे और भी कई सारे उदाहरण हैं। पढ़िए यह ईमेल :
सेवा में,
व्यापमं मामले की जांच कर रहे CBI अधिकारी महोदय
सीबीआई, नईदिल्ली, हाल मुकाम मप्र
माध्यम: भोपाल समाचार डॉट कॉम
विषय :- जनपद पंचायत बडामलहरा जिला छतरपुर (म.प्र.) में सन 2008 में संविदा शिक्षकों की भर्ती फर्जी रूप से किये जाने के सम्बन्ध में!
उपरोक्त,
विषयन्तार्गत निवेदन है कि जनपद पंचायत बडामलहरा जिला छतरपुर (म.प्र.) में सन 2008 में जो संविदा शिक्षकों की भर्ती की गयी उसमे से कुछ शिक्षकों की भर्ती फर्जी एवं गलत रूप से की गयी जैसे:- किसी की डीएड की अंकसूची फर्जी है। किसी की व्यापम की अंकसूची ही नहीं है। और कोई तो 12 वीं पास ही नहीं है। इस प्रकार से काफी नियुक्तियां फर्जी रूप से की गयी हैं। जिससे उस समय पात्रता में पाए गए उम्मीदवारों का आज तक कही चयन नहीं हो पाया है। और फर्जी लोग आज भी शान से नौकरी कर रहे हैं।
उदहारण के तौर पर
अंतरिम चयन सूचि क्रमांक -222 एवं फार्म no. 2148 का जो अभ्यर्थी है वह पूर्ण रूप से फर्जी है जिसकी डीएड की अंकसूची फर्जी लगाकर नियुक्ती की गयी थी बाद में शिक्षा विभाग द्वारा ही डी एड कराई गई।
अतः श्री मान जी से निवेदन है की ऐसे फर्जी शिक्षकों की जाँच की जाँच एवं पद से हटाकर पात्र उम्मीदवारों का चयन किया जाये।
श्री मान जी से यह भी निवेदन है कि मेरा नाम पता एवं एड्रेस गुप्त रखा जाय !
प्राथी
RTI ACTIVEST AND SOCIAL WORKER