चेन्नई। अपने परिवार के हाथों यौनशोषण का शिकार हुई 10वीं की छात्रा के साथ एक टीआई समेत 3 आईपीएस अधिकारियों एवं कई पुलिसकर्मियों ने 5 स्टार होटल में ले जाकर गैंगरेप किया और वीडियो भी बनाया। मामले का खुलासा होने के बाद पीड़िता के पिता और भाई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया लेकिन आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ जांच तक नहीं हुई। अब यह मामला मद्रास हाईकोर्ट की चौखट पर है।
मद्रास हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) के जरिए तीन आईपीएस अधिकारियों और कुछ अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा एक नाबालिग से तीन साल तक दुष्कर्म करने की शिकायत की गई है। याचिका के अनुसार शिवगंगा जिले की नाबालिग लड़की को पहले उसके परिजनों ने और बाद में आईपीएस व पुलिसकर्मियों ने तीन साल तक नशीला पदार्थ दिया, तस्करी कराई और उसका यौन शोषण किया। हाईकोर्ट ने इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। वकील और सामाजिक कार्यकर्ता टी विंसेट ने सोमवार को पीआईएल दायर की और इसमें कहाकि इस मामले में केवल पीडिता के पिता व भाई को ही जेल भेजा गया जबकि उसने कई पुलिस अधिकारियों पर भी आरोप लगाया था।
पीडिता ने अपनी शिकायत में अपने दादा, पिता, भाई, उनके दोस्तों, रिश्तेदारो, पड़ोसियों और कई लोगों पर आरोप लगाया था। पीडिता के करीबी रिश्तेदार ने इसी साल जून के पहले सप्ताह में शिवगंगा के महिला पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद उसने मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दर्ज कराया था। PIL के अनुसार, मामला केवल पीडिता के पिता और भाई के खिलाफ ही दर्ज किया गया। पुलिस असली दोषियों को बचाने के लिए लापरवाही से जांच कर रही है। इसमें आरोप लगाया गया है कि जिन अधिकारियों ने रेप किया वे उचित जांच को रोक रहे हैं। मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई है।
यह है कहानी
पीडिता जब दो साल की थी तब उसकी मां की मौत हो गई थी और वह अपने दादा-दादी के पास ही रहती थी। पीडिता का शोषण 2008 में शुरू हुआ जब कथित तौर पर उसके दादा और कुछ पड़ोसियों ने उससे यौन दुराचार किया। कुछ समय बाद उसका भाई ने यौन शोषण किया और अपने दोस्तों को भी पैसों के बदले ऎसा करने दिया।
10वीं कक्षा पास करने के बाद पहली बार पीडिता अपने पिता से मिली। तीन साल पहले पिता से झगड़ा होने के बाद वह शिवगंगा थाने गई जहां इंस्पेक्टर ने मनचाही कार्रवाई के बदले सेक्स की मांग की। मजबूर पीड़िता ये यहां भी रेप सहन किया।
इसके बाद टीआई ने पीडिता को कई बार अपने आला अधिकारियों के पास भेजा। पीडिता के बयान के अनुसार उसे नशीला पदार्थ दिया गया और तीन आईपीएस अधिकारियों समेत कुछ पुलिसकर्मियों ने एक पांच सितारा में उससे गैंगरेप किया। पीडिता ने बताया कि शिवगंगा और वांडियुर में दो डॉक्टर्स ने उसका अबॉर्शन किया। साथ ही कई लोगों ने उसका वीडियो भी बना लिया। PIL में वरिष्ठ पुलिसकर्मियों पर सबूत नष्ट करने का आरोप भी लगाया गया है।