जयपुर। राजस्थान की राजधानी से एक 4 वर्षीय बच्चे को किडनेप कर लिया गया। किडनेपर उसके बदले में फिरौती या कुछ और लाभ नही चाहता था बल्कि वो बच्चे की बलि देने के लिए अपहरण कर लाया था परंतु सही समय पर पुलिस को सूचना मिल गई और बच्चे को मुक्त करा लिया गया।
शुक्रवार शाम इलाके में रहने वाले विक्की का चार वर्षीय पुत्र आदित्य अपने घर के बाहर खेलते खेलते अचानक लापता हो गया। दो घंटे तक आसपास तलाशने के बाद कुछ लोगो ने परिजनों को बताया कि उन्होने एक अनजान युवक को किसी बच्चे को ले जाते देखा है। बाद में घबराए परिजनों ने तुरन्त आदित्य के अपहरण हो जाने की सूचना पुलिस को दी और अज्ञात युवक के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया।
पुलिस के मुताबिक आरोपी कानाराम ने शुक्रवार चार वर्षीय बालक आदित्य का अपहरण कर लिया था और अपहरण के बाद वो उसे अपने घर ले गया लेकिन पुलिस का एक मुखबिर भी आरोपी के गांव का था जिसके चलते मुखबिर ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपहरण के बाद बालक को अपने घर ले जाकर उसे उसका मनपसंद खाना भी खिलाया। उसने बच्चों के पिता से फिरौती की मांग नहीं की। माना जा रहा है कि उसने बच्चे को बलि देने या तांत्रिक क्रियाओं के लिए किडनेप किया था।