भोपाल। मप्र में सरकार 150 रुपए रोज में 10 घंटे काम कर रहा रही है वहीं अमेरिका की एक कंपनी अपने कर्मचारियों को छुट्टी पर जाने के लिए 5 लाख रुपए प्रतिवर्ष देती है और शर्त यह होती है कि छुट्टी के दौरान ना तो वो कोई काम करेंगे और ना ही आफिस या साथी कर्मचारियों के कांटेक्ट में रहेंगे। बस इंज्वाय करेंगे। यदि ऐसा नहीं किया तो पैसा काट लिया जाता है।
अमेरिका के डेनवर में सॉफ्टवेयर कंपनी फुलकॉन्टैक्ट्स का कहना है कि जब कर्मचारी आफिस में होता है तब उसे सिर्फ आफिस में होना चाहिए, ठीक इसी तरह जब वो छुट्टी पर हो तो सिर्फ छुट्टी पर। वो इसे वर्कलाइफ बेलेंस कहते हैं। कंपनी में फाइनेंस एंड ऑपरेशन डायरेक्टर जेनेट रसेल का कहना है कि वह जब छुट्टी पर होतीं हैं, तब अपना लैपटॉप एक कोने में डाल देती हैं। इतना ही नहीं वह अपने मोबाइल फोन से ईमेल एप्लिकेशन भी डिलीट कर देती हैं। ऐसा वह कंपनी की पॉलिसी के तहत करतीं हैं।
वे कहतीं हैं, ‘जब हम ‘वर्क-लाइफ बैलेंस’ की बात करते हैं तो हम इसे पूरा करके भी दिखाते हैं। इसका यह सबूत है।’
तकरीबन चार साल पुरानी इस कंपनी में छुट्टी एक गंभीर काम है। हर कर्मचारी को हर साल 7,500 डॉलर यानी तकरीबन पांच लाख रुपये छुट्टी लेने के लिए कंपनी से बोनस के रूप में मिलता है। हालांकि, कंपनी की शर्त यह होती है कि इस दौरान कर्मचारी को कंपनी के कामकाज से बिल्कुल दूर रहना होता है। ऐसा नियम को तोड़ने पर पैसा काट लिया जाता है।
फुलकॉन्टैक्ट के डायरेक्टर (बिजनेस डेवलेपमेंट) ड्रिऊ लॉरेंस बताते हैं कि इससे कर्मचारियों में नई ऊर्जा आती है और वह छुट्टी से वापस आने के बाद अपने टारगेट को पूरा करने में जुट जाते हैं।