AISECT University के पास मिली 23 करोड़ की काली कमाई

भोपाल। छात्रों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाली आइसेक्ट यूनिवसिर्टी तो टैक्स चोर निकली। एक छापामार कार्रवाई में आइसेक्ट यूनिवसिर्टी ने 23 करोड़ की काली कमाई सरेंडर की है। यह कार्रवाई आयकर विभाग की ओर से हुई थी।

आयकर विभाग ने शुक्रवार को आईसेक्ट (स्कोप), खयालदास कंस्ट्रक्शन, मधुर कूरियर और प्लाय पार्क व प्लाय पैलेस के सात ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। कार्रवाई के पहले दिन सूटकेस में 22 लाख समेत कुल 31 लाख रुपए बरामद हुए थे, जबकि 60 लाख रुपए की एफडी भी विभाग ने जब्त की थी।

शुक्रवार दोपहर बाद शुरू हुई कार्रवाई के दौरान स्कोप एजुकेशन ग्रुप के दफ्तर से आयकर विभाग के अफसरों ने हार्डडिस्क जब्त की। दफ्तर में एक सूटकेस में रखे 22 लाख रुपए भी बरामद किए गए। मिसरोद स्थित दफ्तर और बोर्ड ऑफिस के सारनाथ भवन के ऑफिस में कार्रवाई की गई। मधुर कूरियर के संचालक मोहनलाल व नीरा कोटवानी दफ्तर में मौजूद नहीं थे। जब टीम पहुंची तो एकाउंटेंट वहां से चला गया। कोटवानी इंदौर में थे जो देर रात भोपाल पहुंचे। इनके यहां दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है।

जीटीबी कांप्लेक्स स्थित खयालदास कंस्ट्रक्शन के यहां से सर्वे टीम को 60 लाख की एफडी और बैंक में रखे 9 लाख रुपए की जानकारी मिली। इसे जब्त कर लिया गया। साथ ही इसके संचालक चंदरभान लालचंदानी से पूछताछ की गई। प्लाय पार्क के राजेश मोटवानी के एमपी नगर जोन-2 स्थित दफ्तर व जिंसी चौराहे के गोदाम में दो टीमें गईं। स्टॉक का वेरीफिकेशन जारी है।

पहले भी पड़ चुका है छापा
मधुर कूरियर पर 2005 में आयकर विभाग छापा मार चुका है। उनके ऊपर लंबे समय से 4 करोड़ रुपए की डिमांड चल रही थी, जिसे नीरा कोटवानी ने जमा नहीं किया। इसी तरह खयालदास कंस्ट्रक्शन के चंदरभान पर भी एक करोड़ रुपए की डिमांड थी। इन पर भी 2005 में छापा पड़ा था। इनके यहां से मिली 60 लाख रुपए की एफडी और बैंक में रखे 9 लाख रुपए टैक्स में समायोजित कर लिए गए हैं। मधुर कूरियर के यहां करीब ढाई लाख रुपए नगद मिले हैं।

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