प्रति,
माननीय मुख्यमंत्री महोदय
एवं तकनिकी शिक्षा मंत्री महोदय मध्यप्रदेश
विषय: कौशल विकास विभाग के अंतर्गत आईटीआई में पदस्थ संविदा कर्मचारियों (रिसोर्स पर्सन) को नियमित करने बावत।
महोदयजी
सविनय निवेदन है कि मध्य प्रदेश आईटीआई में नियुक्त एवं संविदा रिसोर्स पर्सन जो कि विभाग कि उदासीनता के कारण परेशान है एवं पद छोड़ कही और नौकरी तलाशने को मजबूर हैं। महोदयजी ज्ञात हो कि इन रिसोर्स पर्सन कि नियुक्ति कौशल विकास विभाग द्वारा, mponline पर वर्ष 2013 में मध्य प्रदेश आईटीआई ट्रेनिंग ऑफिसर भर्ती परीक्षा-2013 से हुई जहाँ सभी ट्रेनिंग ऑफिसर (अर्थात ट्रेड TO) कि नियुक्ति नियमित आधार पर जबकि रिसोर्स पर्सन कि नियुक्ति संविदा आधार पर निर्धारित मानदेय रूपए 7200 प्रतिमाह पर हुई।
रिसोर्स पर्सन पद, एम्प्लोय्बिलिटी स्किल्स विषय (DGET मापदंड के अनुसार सभी ट्रेड्स हेतु अनिवार्य है) के प्रशिक्षण हेतु नियुक्त हुए हैं। संचानालय द्वारा यह पद नियमित स्वीकृत है किन्तु इसपर नियुक्ति संविदा आधार पर कि गयी जिसके कारण बहुत ही मूल्यवान कर्मचारी एक बड़ी संख्या में अवसाद ग्रस्त हो रहे है एवं स्वयं को शोषित महसूस कर रहे है क्यूंकि रिसोर्स पर्सन पद के लिए योग्यता BBA/MBA निर्धारित है तथा अधिकांश रिसोर्स परसों MBA क्वालिफाइड है तथा विभागीय उदासीनता के कारण निर्धारित मानदेय मात्र रूपए 7200 प्रतिमाह काम करने मजबूर है, जबकि इसी कार्य हेतु यदी मेहमान प्रवक्ता को आहूत करते है तो उन्हें रूपए 10,000 प्रतिमाह मिलते है।
यह विभागीय उदासीनता एवं दूरदर्शिता कि कमी ही है जहा एक ही प्रकार के कार्य हेतु तीन अलग-अलग वेतनमान है
अ. संविदा वेतन रुपये 7200
आ. मेहमान प्रवक्ता वेतन रूपये 10000
इ. नियमित
यदि कार्यभार की बात की जाय तो एक नियमित ट्रेनिंग ऑफिसर (ट्रेड) के ऊपर केवल 21–26 प्रशिक्षणार्थियो के प्रशिक्षण की जिम्मेवारी होती है। वहीं रिसोर्स पर्सन के ऊपर अधिकतम न्यूनतम 21 से 1000 प्रशिक्षणार्थियो के प्रशिक्षण कि जिम्मेवारी होती है। इसके अलावा हमसे NCVT MIS portal, MPONLINE पर जानकारी फीड करने एवं कंप्यूटर सम्बन्धी आदि कार्य भी लिए जाते हैं।
यदि हम इसके लिए अपने विभाग से पत्राचार करते है तो इसे हमारे अधिकारी मार्क नहीं करते और यदि ऐसे ही बिना प्रॉपर चैनल के भेजते है तो ये कदाचरण का मामला हो जाता है। जिस कारण से हमारी आवाज़ आप तक नहीं पहुच पा रही है। जिसकी वजह से अधिकांश रिसोर्स पर्सन ने या तो ज्वाइन ही नहीं किया या जो कार्य कर रहे है वे पद छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं।
इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि 181 पदों पर जारी नियुक्ति पत्र में से केवल 89 ने ही ज्वाइन किया जबकि अभी केवल लग्भग 60 संविदा रिसोर्स पर्सन कार्यरत हैं। अब या तो प्रशिक्षणार्थियो को बिना सोफ्ट स्किल के ही तैयार किया जाय या इस विषय को ही बंद कर दीजिये क्यूंकि कौशल विकास संचालनालय में बैठे कुछ अधिकारी यह सोचते है कि सॉफ्ट स्किल्स का का प्रशिक्षण गैरजरूरी या अभिप्रेरण का ज्ञान एक अवसादग्रस्त व्यक्ति से दिया जाय।
महोदय जी
मध्य प्रदेश आईटीआई में स्टेनो ट्रेड में कार्यरत ट्रेनिंग ऑफिसर के अलावा एक हिंदी भाषा ट्रेनिंग ऑफिसर का पद भी होता जिसका कार्यभार आईटीआई में पदस्थ किसी भी कर्मचारी की तुलना में नगण्य होता है, जिस विषय की परीक्षा भी नहीं होती फिर भी इस पद पर नियमित नियुक्ति होती है, किन्तु रिसोर्स पर्सन जो कि आईटीआई के समस्त प्रशिक्षणार्थियो को एम्प्लोयाबिलिटी स्किल्स का प्रशिक्षण प्रदान करते है एवं जिसके बिना कोई प्रशिक्षणार्थि आईटीआई पास नहीं कर सकता उनकी नियुक्ति संविदा आधार पर की जाती है। यह कौशल विकास संचनालय विभाग की दूरदर्शिता, योजनाओ एवं तत्परता का परिचायक है ।
अंततः आपसे क्षमा चाहूँगा कि इस प्रकार से अपनी बात रख रहा हु परन्तु आप तक अपनी बात रखने का कोई माध्यम मुझे नहीं मिला इसलिए मै सीधे आपको bhopalsamachar.com के माध्यम से लिख रहा हूँ एवं आशा करता हूं bhopalsamachar.com एवं आप हमारी संवेदनाओ को समझते हुए हमारे निवेदन को जरुर स्वीकार करेंगे एवं इसपर विचार करेंगे।
प्रार्थी
रिसोर्स पर्सन
कृपया मेरी पहचान गुप्त रखे