भोपाल। आरएसएस ने शिवराज सिंह के प्रिय प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान को अल्टीमेटम थमा दिया है, या तो सुधर जाएं नहीं तो संघ को निर्णय लेना होगा। मामला नंदूभैया की संगठन के प्रति बेरुखी है।
सर्वविदित ही है कि नंदकुमार सिंह चौहान की नियुक्ति के लिए शिवराज सिंह चौहान ने कई पापड़ बेले थे। अब नंदूभैया शिवराज सिंह के उपकार का ऋण चुका रहे हैं। उनकी पूरी राजनीति शिवराज सिंह चौहान के इर्दगिर्द घूम रही है। वो संगठन को समय ही नहीं दे रहे। खासकर कार्यकर्ताओं की समस्याओं को।
पिछले दिनों हुई समन्वयक बैठक में कार्यकर्ताओं ने यह मुद्दा पूरी ताकत से उठाया। कार्यकर्ताओं ने नंदकुमार सिंह चौहान की उपयोगिता को सिरे से नकार दिया। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट तौर पर कहा कि भोपाल में अब संगठन नाम की चीज ही नहीं बची। वहां केवल सत्ता है और सत्ता के प्रशंसक।
कार्यकर्ताओं ने यहां तक आरोप लगाए कि कई संघविरोधियों के काम प्रमुखता से हो रहे हैं परंतु संगठन के जरिए सत्ता तक अपनी मांग पहुंचाने की हर कोशिश नाकाम हो जाती है। नंदकुमार अक्सर कार्यकर्ताओं पर स्वार्थी होने का आरोप लगाते हैं एवं बड़ी ही बेरुखी से पेश आते हैं। इसे लेकर अब संघ गंभीर हो गया है।