जबलपुर। बिजली कंपनी का आतंक और मनमानी से पूरा प्रदेश त्राहि त्राहि कर रहा है। इलाकों में कंपनी के नाम बदल रहे हैं परंतु रवैया सारे प्रदेश में एक जैसा है। कंपनी अफसरों के चक्कर लगा लगाकर थक गई एक महिला न्याय की गुहार लिए कलेक्टर के पास पहुंची परंतु जब समाधान नहीं हुआ तो कलेक्टर की कार के आगे लेट गई। वो गिडगिड़ा रही थी, तब भी उसकी सुनवाई नहीं हुई।
दरअसल कुदवारी गांव में रहने वाली शांति बाई नामक महिला कलेक्टर के पास गांव की बिजली की समस्या को लेकर आई थी। शांति बाई की मानें तो उनके गांव में पिछले 20 साल से लाईट नहीं है। 200 परिवार के गाँव वालो ने बिजली के लिए कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी परेशानी बताई लेकिन कोई हल नहीं निकला। मजबूर हो कर गांव वालों ने अपनी शिकायत कलेक्टर के पास ले जाने की ठानी।
शुक्रवार को गांव वाले जबलपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने अपनी व्यथा कलेक्टर शिवनारायण रुपला को सुनाई। परेशानी सुनने के बाद कलेक्टर ने जल्द ही समस्या का निवारण करने का आश्वासन गांव वालों को दिया। आश्वासन देने के बाद कलेक्टर जैसे ही अपनी गाड़ी में सवार हो कर आगे बढ़े की शांति बाई उनकी कार के सामने लेट गई और फिर से अपने गांव की बिजली की समस्या का समाधान करने की गुहार करने लगी। कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने खुद महिला को वहां से उठा कर साइड किया तब जा कर कलेक्टर की कार आगे बढ़ पाई।