नई दिल्ली। मोदी सरकार अपने कर्मचारियों की हर हरकत को रिकार्ड पर लेने जा रही है। वो कितनी देर मोबाइल पर बात करते हैं, कितनी देर टॉयलेट में बिताते हैं, लंच के नाम पर कितना समय खर्च करते हैं और कितना वक्त गपशप में बर्बाद कर देते हैं, हर चीज का रिकार्ड रखा जाएगा। टारगेट है कर्मचारियों पर प्रेशर बनाना और वेतन बिल में कटौती करना।
एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष सरकार ने अपने कर्मचारियों की गतिविधियों का गहन निरीक्षण कर सरकारी खर्च में बड़ी कटौती का लक्ष्य रखा है। इसके अंतरगत केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों तथा संस्थाओं में कर्मचारियों को अपनी दिनचर्या जैसे मोबाइल पर बात करना, टॉयलेट जाना, लंच करना और ऑफिस आने से लेकर जाने तक की पूरी गतिबिधियों को रोजाना एक प्रोफॉर्मा में दर्ज करना होता है, जिसका एसआईयू टीम द्वारा दैनिक आधार पर निरीक्षण किया जाता है।