सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ से धान लेकर कस्टम मिलिंग करने वाले राईस मिल मालिकों द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम को अमानक स्तर का घटिया एवं खाने के ना काबिल चावल प्रदाय किये जाने के समाचार प्रकाशित होने के बाद आपूर्ति निगम के भोपाल स्थित मुख्यालय से इस मामले की जांच किये जाने सबंधित गुणवत्ता निरीक्षक के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही करने एवं चावल लेने के लिये निर्धारित मानक स्तरों का कडाई से पालन किये जाने के निर्देश से राईस मिलर्स और संलिप्त अधिकारियों में हडकंम्प मच गई है।
कडाई किये के इन्ही निर्देशों के चलते बालाघाट जिले से इसी साप्ताह झाबुआ जिले में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा चांवल से भरी एक रैंक मेघनगर रेलवे स्टेशन पहुचाई गई है जिसमें 2600 मैटिक टन चांवल भेजा गया यहा चांवल विगत अगस्त, सिंतम्बर और अक्टूबर में खरीदा गया चांवल भिजवाया गया लेकिन राईस मिलर्स द्वारा प्रदाय किये गये अमानक स्तर चांवल का स्टाक अभी भी गोदामों में भरा पडा है।
आपूर्ति निगम के दिशा निर्देशों के मुताबिक प्रथम आवक प्रथम जावक नियम के अनुसार जो चांवल पहले प्राप्त हुआ है उसे पहले भेजा जाना चाहिये लेकिन अमानक स्तर का चांवल भेजने में अधिकारी अब पल्ला झडने लगे है।
इन विसंगतियों के चलते राईस मिलर्स से लिया गया अमानक स्तर का चंावल अब बालाघाट जिले के उपभोक्ताओं का सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से खपाने की कवायद की जा रही है। इतना ही नही घटिया और अमानक स्तर का चांवल मध्यान्न भोजन और आगनबाडियों में भी वितरित किया जायेगा अभी हाल ही में जिले के अनेक स्कूलों में तथा आगंन बाडियो ंमें इल्लियों से भरे चांवल भोजन में दिये जाने की शिकायत जिला प्रशासन को की गई है।
बालाघाट जिला प्रमुख चांवल उत्पादक जिला है तथा यहां भोजन में चांवल ज्यादा खाया जाता है।इसके बावजूद राईस मिलर्स और आपूर्ति निगम के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते अमानक और घटिया स्तर का चांवल उपभोक्ताओं के गले उतारा जायेगा।
जिन राईस मिलर्स ने अमानक और घटिया स्तर का चंावल प्रदाय किया है उनके विरूद्ध खादय सुरक्षा कानून के प्रावधानों के तहत कार्यवाही कि जानी चाहिये थी लेकिन कार्यवाही ना करते हुये अमानक और घटिया चंावल को विभिन्न जिलो में भिजवाने के लिये आपूर्ति निगम द्वारा ताबडतोड कोशिश की जा रही है जिसके चलते मार्ग तथा रेल परिवहन से चांवल भेजने के इंतजाम किये जा रहे है इस तरह गोदामों में भरे अमानक और घटिया चंावल जो खाने के लायक नही है उसके स्टाक को एक संाजिश के तहत रफादफा किया जा रहा है ताकि कोई सबूत ना मिल सकें।