सागर। शहर की बिजली व्यवस्था का संचालन करने वाली एस्सेल विद्युत वितरण कंपनी डिफाल्टर हो गई है मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को उससे 36 करोड़ रुपए लेना है शासन कंपनी को टर्मिनेट करने की कार्रवाई करेगा यह जानकारी शुक्रवार को भोपाल में ऊर्जामंत्री राजेंद्र शुक्ल ने विधायक शैलेन्द्र जैन से एस्सेल कंपनी की व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए दी।
विधायक एस्सेल कंपनी को हटाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले और एस्सेल की बदइंतजामी और उपभोक्ताओं को हो रही परेशानियों से अवगत कराया। विधायक श्री जैन का कहना था कि सागर से एस्सेल को नहीं हटाया गया तो जनता उग्र आंदोलन करने सड़क पर उतरेगी। विधायक श्री जैन की नाराजगी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को बुलाकर चर्चा करने को कहा बाद में ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल और ऊर्जा सचिव केशरी के साथ विधायक की लंबी बैठक हुई उन्होंने उज्जैन के घटनाक्रम पर चर्चा करते हुए बताया कि सागर में एस्सेल विद्युत वितरण कंपनी द्वारा लगातार नियमों की अनदेखी एवं अनुबंध की शर्तों का उल्लघंन किया जा रहा है शासन ने सागर से एस्सेल को नहीं हटाया तो यह विरोध जन-आंदोलन का रूप ले लेगा।
विधायक श्री जैन ने बताया कि ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल ने संकेत दिए कि एस्सेल कंपनी की कार्यप्रणाली एवं अनुबंध की शर्तों के उल्लघंन करने की शिकायतों को आधार बनाकर मामला तैयार कर कार्रवाई की जाएगी चूंकि एस्सेल विद्युत कंपनी डिफाल्टर हैं वर्तमान में कंपनी पर 36 करोड़ बकाया है इसलिए नोटिस देकर टर्मिनेशन की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि एस्सेल विद्युत वितरण कंपनी के मालिक सुभाष चन्द्रा जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करने भोपाल आएंगे।