होशंगाबाद। कलेक्टर कार्यालय में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर डिप्टी कलेक्टर बनकर लोगों से पैसे ऐंठने वाले गोदलवाड़ा गांव में पदस्थ अध्यापक को पुलिस ने उसके साथी के साथ मौके से रुपए सहित गिरफ्तार किया है। वह शनिवार को सेमरीहरचंद के जमुनिया गांव में देवेंद्र पटेल से 38 हजार रुपए ले रहा था।
पुलिस ने रात करीब 9.30 बजे उसे गिरफ्तार कर लिया। सेमरीहरचंद चौकी प्रभारी उमाशंकर यादव ने बताया कि होशंगाबाद निवासी दिनेश मंसोरिया और उसके साथी संतोष कुमार ने होशंगाबाद कलेक्टर कार्यालय में ग्रुप-डी में नौकरी लगाने के लिए जमुनिया गांव निवासी हरिशंकर पटेल से 40 हजार रुपए की मांग की थी। दिनेश मंसोरिया ने हरिशंकर और देवेंद्र को बताया वह डिप्टी कलेक्टर है। आसानी से नौकरी लगवा देगा। हरिशंकर अपने बेटे देवेंद्र की नौकरी लगवाना चाहते थे। इसलिए दोनों को पैसे देने तैयार हो गए।
दिनेश मंसोरिया ने एक सप्ताह पहले देवेंद्र की डिग्री और 2 हजार रुपए ले लिए थे। बाकी 38 हजार रुपए के लिए शनिवार का दिन तय था। हरिशंकर ने दोनों को पैसे देने के लिए घर पर बुलाया। पैसे देने से पहले दिन में पवन को पता चला कि कलेक्टर कार्यालय में नौकरी लगाने के लिए फर्जी लोग पैसे ले सकते हैं। उन्होंने इसकी सूचना एसपी आशुतोष प्रताप सिंह को दी। सूचना मिलते ही एसपी ने टीम को मौके पर ही दोनों को धर दबोचने की प्लानिंग की। पुलिस अनुसार देवेंद्र पटेल ने दोनों को घर पर बुलाकर बैठाया और 8 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद वह बाकी पैसा मांगने लगे। इसी दौरान बाहर खड़ी पुलिस ने घर में घुसकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
मंसोरिया इंडिगो कार क्रमांक एमपी 05 टी 1480 से सेमरी आए थे। कार के सामने मप्र शासन की पीली पट्टी लगी थी। चौकी प्रभारी यादव ने बताया दोनों से पूछताछ की जा रही है। मंसोरिया गोदलवाड़ा गांव में अध्यापक है।