भोपाल। मप्र में भाजपाईयों की बदजुबानी लगातार बढ़ती जा रही है। अफसरों से असंसदीय भाषा में बात एवं धमकियों के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। इस बार भाजपाईयों ने कलेक्टर ग्वालियर को ही टारगेट कर डाला। इस पर कलेक्टर भी भड़क उठे।
हुआ यूं कि मंगलवार को भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले इकट्ठा हुई एक सैकड़ा लोगों की भीड़ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगी। ज्ञापन लेने एसडीएम आरसी मिश्रा पहुंचे, तो भीड़ का नेतृत्व कर रहे मुरारी शर्मा ने कहा कि वे अपनी बात कलेक्टर के सामने ही कहेंगे। कुछ देर बाद भीड़ में से कुछ महिलाओं को लेकर ये भाजपाई कलेक्टर के पास जन सुनवाई में पहुंच गए।
कलेक्टर से तल्ख लहजे में भाजपाई नेता और कुछ महिलाएं प्रशासन द्वारा उन पर जुल्म किए जाने की बात कहने लगे। मुरारी शर्मा ने कलेक्टर से कहा कि सीएम ने गरीब लोगों को बसाने की बात कही है और आप उन्हें उजाड़ रहे हैं। आपको कलेक्टर बनाकर क्या लोगों पर अत्याचार करने के लिए बैठाया है। इस पर कलेक्टर भड़क गए। उन्होंने भी तल्ख लहजे में भाजपाई नेता से कहा कि 'क्या आपने मुझे आईएएस बनाया है या मुझे कलेक्टर बनाने में आपका कोई योगदान है। कैंसर पहाड़ी वन विभाग की है। वनभूमि या किसी अन्य सरकारी जमीन पर कब्जा करके रहने से क्या मालिकाना हक मिल जाएगा? गलत आप लोग कर रहे हैं और दोष मुझे दे रहे हैं।
सीएम के बयान के बहाने चलती है पट्टे की राजनीति
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनावों के दौरान रैलियों में यह बात खूब कही थी कि जो जहां बस गया, उसे वहां का पट्टा दे दिया जाएगा। फिर चाहे वह जमीन सरकारी ही क्यों न हो। सीएम की यह बात पट्टे और झुग्गी-झोपड़ी की राजनीति करने वाले छुटभैये नेताओं ने पकड़ ली और गाहे-बगाहे इस तरह की अफवाह खूब फैलाई। गत दिनों जब सीएम शहर में आए, तब भी कुछ लोगों ने कैंसर पहाड़ी पर गरीब-मजदूरों को भेजकर कब्जा करने और बाद में पट्टा दिलाने की बात कही। प्रशासन को उन्हें बेदखल कराना पड़ा।
इस तरह की प्रवृत्ति ठीक नहीं
इस तरह की प्रवृत्ति बढ़ रही है कि सरकारी जमीन या वन विभाग की पहाड़ी पर कब्जा करके जम जाओ। ऐसा करने से प्रशासन उन्हें पट्टा दे देगा। प्रदेश सरकार इस ओर प्रयास कर रही है कि वर्ष 2022 तक हर जरुरतमंद के पास आवास हो लेकिन यह किसी ने नहीं कहा कि सरकारी जमीन या पहाड़ी पर कब्जा करने से पट्टे मिल जाएंगे। जो इस तरह की बात फैलाएंगे, उनकी सूचना हम तक पहुंचाएं। उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
डॉ.संजय गोयल, कलेक्टर, ग्वालियर