भोपाल। इसे आप अध्यापक हड़ताल का बुरा नतीजा भी कह सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले के हर अधिकारी को स्वतंत्र कर दिया है कि वो स्कूलों में जाकर निरीक्षण करे। अब पुलिस अधिकारी से लेकर मलेरिया अधिकारी तक कोई भी स्कूल में छापामारी करता दिखाई देगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा कर रहे हैं। कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत से कहा गया कि वे खुद सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करें और अन्य विभागों के अधिकारियों से भी इसमें सहयोग लें। राज्य शिक्षा केंद्र की आयुक्त दीप्ति गौढ़ मुकर्जी ने कहा कि जिन स्कूलों में 10 या उससे भी कम विद्यार्थी हैं। वहां के बच्चों को नजदीक के दूसरे स्कूलों में शिफ्ट करो और स्टाफ को उन स्कूलों में भेजो, जहां शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को आंगनबाड़ी, स्कूल और कॉलेज के समस्त विद्यार्थियों के आधार कार्ड 31 दिसंबर तक बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इस बैठक में भोपाल, रायसेन, विदिशा, राजगढ़ और सीहोर के कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।