भोपाल। अरुण यादव के लगातार विरोध के चलते हाईकमान ने उन्हे बदलने का निर्णय ले लिया है। उनके स्थान पर कमलनाथ को मप्र की कमान सौंपने की तैयारियां भी शुरू हो गईं हैं। यह फैसला राहुल गांधी के कैबिन में ही हुआ है।
राहुल गांधी के करीबी सूत्रों का मानना है कि मिशन 2018 की तैयारी के लिए पार्टी अभी से ही उन्हें प्रदेश में सक्रिय करना चाहती है। राजनीतिक हालातों में कोई परिवर्तन नहीं आया तो इसकी घोषणा दशहरे के बाद हो सकती है।
मप्र में प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष के लिए नवंबर-दिसंबर में चुनाव होना है। संगठन चुनाव के जरिए ही इस बार अध्यक्ष तय होना है, लेकिन पार्टी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की हरी झंडी के हिसाब से ही मध्यप्रदेश अध्यक्ष तय होता है।