भोपाल। मप्र का खजाना खाली हो चुका है। सरकार कंगाल बैठी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंगहाली से बचने के लिए मोदी से मदद मांगी, जब नहीं मिली तो पब्लिक पर सरचार्ज ठोक डाला। अब आपको पेट्रोल पर प्रतिलीटर 2 रुपया और डीजल पर प्रति लीटर 1 रुपया सरचार्ज इसलिए चुकाना होगा क्योंकि आप मप्र में रहते हैं और आपने शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री चुना।
बड़े बड़े फोटो वाले विज्ञापन, गैरजरूरी लक्झरी आयोजनों में शिवराज सिंह ने 10 साल में हजारों करोड़ों रुपए खर्चा किया। ऐसी हर चीज पर पैसा पानी की तरह बहाया गया जिससे शिवराज सिंह चौहान को लोकप्रियता मिलती हो, फिर चाहे उसकी जरूरत हो या ना हो। खुद को मोदी के बराबर वाला नेता साबित करने के लिए देशभर में केंपेन चलाए गए। फिजूलखर्ची में मप्र सरकार नंबर वन हुआ करती थी।
अब जब अपनी ही पार्टी में राजनीति का शिकार हो गए। मोदी से मदद के नाम पर चवन्नी नहीं ला पाए तो जनता पर सरचार्ज ठोक डाला। इसे आप एक मुख्यमंत्री का सबसे बड़ा फेलियर कह सकते हैं। वो राजा जो जनता के पैसे पर सरकार चलाए, शास्त्रों पर पता कर लीजिए उसे क्या कहते हैं ?