भोपाल। हजारों जानें बचाने के लिए यदि एक मुंहजोर को थप्पड़ मारना पड़े तो यह गलत नहीं है परंतु मामला सेवा नियमों का है अत: गलत कहा जा रहा है। दतिया कलेक्टर ने धर्मयात्रियों की जान से खिलवाड़ करने वाले पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री को थप्पड़ जड़ दिया। अब प्रशासनिक हलकों में बवाल कट रहा है।
सप्तमी के मौके पर चैरी माता के मंदिर पर होने वाले भंडारे और मेले का इंतजाम देखने के लिए कलेक्टर प्रकाश जांगरे, एसपी इरशाद वली के साथ मौके पर पहुंचे। यहां कार्यपालन यंत्री कमल किशोर सिंगारे और सब इंजीनियर सोहनलाल गुप्ता भी उनके साथ थे। एसपी ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेड और ड्राप गेट बनाने के लिए सिंगारे को कहा, लेकिन उन्होंने साफ इंकार कर दिया। कलेक्टर ने भी आदेशित किया परंतु कमल किशोर तैयार ही नहीं था। उल्टा बहस करना शुरू कर दिया।
यहां कलेक्टर लापरवाह अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी कर सकते थे परंतु इससे व्यवस्था में सुधार संभव नहीं था और लापरवाही की स्थिति में कोई भी हादसा हो सकता था अत: आदेश मानने से इंकार करने एवं बेवजह बहस करने पर कलेक्टर ने अधिकारी में थप्पड़ जड़ दिया। बस फिर क्या था अधिकारी ने बवाल काटना शुरू कर दिया। स्थिति को तत्काल नियंत्रित करने के लिए दोनों अधिकारियों को थाने भेज दिया गया। पूरे 2 घंटे तक कलेक्टर एवं एसपी ने खड़े रहकर पहले सारे इंतजाम सुनिश्चित किए, फिर दोनों अधिकारियों को थाने से वापस भेजा गया।