भोपाल। शिवराज शासन के इतिहास में यह पहली दफा है जब केबीनेट में इस स्तर के मंत्री ने शिवराज सिंह चौहान की किसी गतिविधि पर सवाल उठाए हों। गोपाल भार्गव ने शिवराज की विदेश यात्रा एवं निवेश नीति को ही कटघरे में ला खड़ा किया है। याद दिला दें कि लम्बे समय से गोपाल भार्गव सीधे केंद्र से जुड़े हुए हैं जबकि भोपाल में शिवराज की टीम उन्हें लगातार नजरअंदाज करने का प्रयास करती है।
उन्होंने मप्र में औद्योगिकीकरण को अराजक बताया है और ये भी कहा है कि बढ़ते औद्योगिकीकरण ने मध्यप्रदेश की वन्य संपदा को बरबाद कर दिया है।
गोपाल भार्गव ने कहा कि मध्यप्रदेश में घटता जंगल और घटते जंगली जानवर इसी औद्योगिकीकरण का नतीजा है। औद्योगिकी निवेश के लिए सीएम शिवराज के विदेश दौरे के दौरान भोपाल में भार्गव ने ये भी कहा कि कितने आएंगे ये बाद में पता लगेगा लेकिन हम अपने घरेलु उद्योग यानी जंगलों की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं।
निवेश के नाम पर विदेश घूमने जाते हैं
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने आज प्रेस-कांफ्रेंस में राज्य की भाजपा सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने निवेश के नाम पर कमाया कम गंवाया ज्यादा है. सत्ता में बैठे लोगों ने निवेश के नाम पर विदेशों की सैर की. जिस पर अब तक एक अरब रुपए से ज्यादा खर्च कर दिए गए हैं.