ग्वालियर। हैंड ग्रेनेड, रिवाल्वर एवं अवैध पिस्तौल से लैस सेना के एक जवान ने अपने ही पिता को बंधक बना लिया। 5 घंटे तक वो हाथ में हैंड ग्रेनेड और पिस्तौल लिए पिता के सामने बैठा रहा। इसी बीच उसकी झपकी लग गई और पुलिस ने उसे दबोच लिया।
फौजी का नाम राजीव भदौरिया, निवासी गोवर्धन कालोनी बताया गया।
पिता रामप्रताप सिंह भदौरिया उम्र 60 साल, रिटायर्ड फौजी।
राजीव की पोस्टिंग श्रीनगर में है। राजीव 20 अक्टूबर को ही छुट्टी पर घर आया है। गुरुवार की रात 10 बजे के लगभग राजीव शराब के नशे में धुत होकर घर पहुंचा। उस समय घर में फौजी की पत्नी, 2 बच्चों के अलावा माता-पिता और उसके ताऊ थे। राजीव को नशे में देखकर पिता उसको डांटा, लेकिन राजीव को नशा इतना था कि वह एक हाथ में लाइसेंसी रिवॉल्वर व दूसरे हाथ में अवैध पिस्टल लेकर पिता पर तानकर खड़ा हो गया। वह कहने लगा कि अब इस बाप की मौत मेरे ही हाथों लिखी है। इतना कहने के साथ ही उसने लाइसेंसी रिवॉल्वर से रामप्रताप सिंह के सिर पर निशाना बनाकर फायर कर दिया। नशे में होने के कारण उसका निशान चूक गया, लेकिन गोली की आवाज से परिजन घबरा गए।
अगर कोई सामने आया तो पूरे घर को हैंड ग्रेनेड उड़ा दूंगा
निशाना चूकने के बाद फौजी ने 60 साल के पिता को धक्का देकर एक कमरे में बंद कर दिया और कुंदी लगा दी। राजीव ने रिवॉल्वर कमर में लगा ली। कमरे में से हैंड ग्रेनेड निकाल लाया। घरवालों को उसने धमकाते हुए कहा कि अगर किसी ने बाप को बचाने की कोशिश की तो वह पूरा घर हैंड ग्रेनेड से उड़ा देगा। परिजनों ने राजीव को समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी।
5 घंटे तक हथियार लेकर कमरे के बाहर टहलता रहा
पिता को एक कमरे में कैद करने के बाद राजीव हाथ में हथियार लेकर 5 घंटे तक कमरे के टहलता रहा। तड़के 3 बजे के लगभग राजीव को नींद लग गई और सो गया।
राजीव के सोने पर पुलिस को दी सूचना
राजीव के सोने के बाद रामप्रताप सिंह ने इसकी सूचना गोला का मंदिर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके से पहुंचकर राजीव को सोते समय ही दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी की लाइसेंसी रिवॉल्वर के अलावा एक हैंड ग्रेनेड व एक अवैध पिस्टल बरामद कर ली।