नईदिल्ली। वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज की विश्लेषण इकाई ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी पार्टी के सदस्यों पर लगाम लगाना चाहिए नहीं तो उनके लिए घरेलू और वैश्विक स्तर पर विश्वसनीयता खोने का खतरा है।
मूडीज ऐनेलिटिक्स ने एक रपट में कहा कि भाजपा का राज्य सभा में बहुमत नहीं है इसलिए सुधारों की दष्टि से महत्वपूर्ण कई विधेयक पारित नहीं हो पा रहे और विपक्ष का रवैया अवरोधक की तरह है। लेकिन हाल में सरकार ने भी स्वयं अपने लिए कोई अच्छा काम नहीं किया क्योंकि भाजपा के कई सदस्य विवादित टिप्पणी करते रहे।
मूडीज ने कहा मोदी ने आम तौर पर राष्ट्रवादी तत्वों की टिप्पणियों से अपने आप को दूर रखा है पर विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों को उन्मादी तरीके से उकसाने से सामुदायिक तनाव पैदा हुए हैं। मूडीज ने कहा हिंसा बढने से सरकार को राज्य सभा में और कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा और ऐसे में वहां आर्थिक नीति भटक जाएगी। मोदी को अपने पार्टी सदस्यों पर लगाम रखना चाहिए नहीं तो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता खत्म होने का जोखिम है।
रपट में कहा गया मोदी को अपने पार्टी सदस्यों पर नियंत्रण रखना चाहिए नहीं तो घरेलू एवं वैश्विक विश्वसनीयता खोने का जोखिम है। मूडीज कार्पोरेशन की आर्थिक अनुसंधान एवं विश्लेषण शाखा मूडीज ऐनेलिटिक्स भारत के हालिया राजनीतिक विवादों पर टिप्पणी करने वाली पहली प्रमुख वैश्विक संस्था है। मूडीज ऐनेलिटिक्स ने कहा इसकी टिप्पणी स्वतंत्र है और मूडीज कार्पोरेशन की अनुषंगी साख निर्धारण एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस इंक के विचारों जाहिर नहीं करती।