जबलपुर। शिक्षकों के बाद अब शिक्षा विभाग के जेडी, डीईओ, बीईओ, बीआरसी, जनशिक्षकों समेत सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की भी ई-अटेंडेंस लगवाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए स्कूलों की तर्ज पर शिक्षा विभाग से जुड़े सभी दफ्तरों की जीआईएस (ग्लोबल इन्फॅरमेशन सिस्टम) मैपिंग कराई जाएगी। राज्य शिक्षा केन्द्र आयुक्त ने कलेक्टर व मिशन संचालक को पत्र जारी कर राज्य शिक्षा केन्द्र और स्कूल शिक्षा विभाग से सभी दफ्तरों की मैपिंग 18 अक्टूबर तक करने के निर्देश दिए हैं। मैपिंग के लिए नोडल अधिकारी प्रोगामर जिला शिक्षा केन्द्र को बनाया गया है।
स्कूलों की हो चुकी
उल्लेखनीय है कि 2013-14 में सभी स्कूलों की जीआईएस मैपिंग हो चुकी है। मैपिंग के आधार पर ही शिक्षकों से ई-अटेंडेंस लगवाई जा रही है। ये अलग बात है कि जल्दबाजी में की गई मैपिंग से स्कूल में होते हुए भी शिक्षकों की दूरी गलत बताई जा रही है।
खिंचेगी दफ्तरों की फोटो
मोबाइल जीआईएस एप के माध्यम से दफ्तरों की फोटो खिंचेगी।
कमरे, खेल मैदान, टॉयलेट, आस-पास की बसाहट, पड़ोस की सीमा के फोटोग्राफ जीपीएस टैग के माध्यम से लिए जाएंगे।
जीआईएस टैग फोटोग्राफ की जीआईएस मैपिंग कर विभाग के सॉफ्टवेयर में अपलोड किए जाएंगे।
गूगल मैप से कनेक्ट सॉफ्टवेयर दफ्तर हर स्थिति प्रदर्शित करेगा।
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ये होगा फायदा
आला अधिकारी भी समय से पहुंचेगे दफ्तर।
बीईओ, बीआरसी, जनशिक्षकों की रुकेगी मनमानी।
कामकाज में आएगा सुधार।