नीमच। सदियों से वैश्यावृत्ति में लिप्त बांछड़ा समुदाय के पुनर्वास के लिए सरकारें लगातार प्रयास करती रहीं हैं परंतु शिवराज सरकार ने नया कारनामा कर डाला। इस समाज को मुख्यधारा में लाने के प्रयास तो कतई नहीं किए, उल्टा बांछड़ा समुदाय का गांव ही उजाड़ दिया।
नीमच जिले के जैतपुरिया में रविवार सुबह से जिला प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई से हडकंप मच गया। बांछड़ा समुदाय के लोगों के डेरों को जबर्दस्ती खाली कराया गया। आरोप है कि पुलिस के जवान उनका सामान घर से बाहर फेंक दिया। पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। प्रशासन ने बुलडोजर से डेरे पर बने मकानों को गिरा दिए। इन मकानों की संख्या करीब 60 है।
सदियों पुरानी परंपरा
वैश्यावृत्ति बांछड़ा समुदाय की सदियों पुरानी परंपरा है। बताया जाता है पहले बांछड़ा समुदाय की महिलाएं राजाओं के दरबारों में नर्तकी के रूप में काम किया करतीं थीं। आजादी के बाद राजघराने खत्म हो गए और सरकार ने इन्हे कोई वैकल्पिक रोजगार नहीं दिया। पापी पेट के लिए समाज के धनाठ्य वर्ग के सामने नाचना शुरू किया और धीरे धीरे वैश्यावृत्ति की दलदल में पूरा समाज फंस गया। सरकारें अक्सर इस समाज के पुनर्वास के प्रयासों का दिखावा किया करतीं हैं परंतु नतीजे अक्सर शून्य ही रहे। ताजा मामले में इससे उल्टा हो गया। प्रशासन ने गांव ही उजाड़ डाला।