भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने प्रदेश में जारी अपनी जन विश्वास पदयात्रा के दूसरे चरण को आज उज्जैन संभाग के महिदपुर से प्रारंभ कर किसानों की बर्बादी और उनके द्वारा की जा रही आत्महत्याओं को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ तीखे तेवर अपनाते हुए जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा:
- किसानों की आत्महत्याओं को लेकर मुख्यमंत्री, मंत्रीगण और नौकरशाह पूरी तरह असंवेदनशील हैं।
- जिस ढंग से मंत्री और नौकरशाह किसानों का मजाक उड़ा रहे हैं और मुख्यमंत्री उनके साथ गलबहियां कर रहे हैं, यह हास्यास्पद है।
- मुख्यमंत्री इन विषम स्थितियों में सिर्फ और सिर्फ शाब्दिक जुगालियों से किसानों के दर्द को बांटने का स्वांग रच रहे हैं।
- प्रदेश आर्थिक तौर से पूरी तरह कंगाल हो चुका है।
- कर्मचारियों के वेतन, किसानों को मुआवजा राशि, फसल बीमा की राशि और उसकी किश्ते भरने का सरकार के पास पैसा नहीं है।
- सरकार कर्ज लेकर कंबल में छुपकर घी पी रही है।
- मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने झूठी वाहवाही लूटने और किसानों को खुश करने के लिए अफसरों को खेतों में भेजा, जब खेतों में फसलें ही नहीं हैं तो उन्होंने अपने सूखा पर्यटन के दौरान किन स्थितियों का आंकलन किया?
- मुख्य सचिव मढ़ई में हाथी पर बैठकर लुफ्त उठा रहे थे तो अन्य अफसर तीन और पांच सितारा होटलों में अपने परिवारों के साथ रात बिताकर सुबह अपने मातहतों के माध्यम से खरीद-फरोख्त कर विभिन्न किस्म के उपहार ग्रहण कर रहे थे।
- किसानों के साथ सरकार की यह सदासयता है या प्रशासनिक अय्याशी ?
- सरकार और नौकरशाहों का यह कृत्य किसानों का सम्मान है या अपमान?
श्री यादव ने आज महिदपुर, सदरखेड़ा पुरानी एवं नई बस्ती, पर्वतखेड़ा, चितावल, मुंडला, हिडी, बोरखेड़ा, मोहना, बनबना आदि गांवों में पदयात्रा की।