भोपाल। मात्र 5 साल में 250 करोड़ रुपए के रेशम घोटाले वाले मामले में ग्रामोद्योग विभाग ने पूरा मामला लोकायुक्त को सौंप दिया है। विभागीय जांच में 20 अधिकारी इस घोटाले में संलिप्त पाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक ग्रामोद्योग विभाग ने अपने रेशम संचालनालय में हुए घोटाले को लेकर लोकायुक्त संगठन को पत्र लिखा है। इसमें संचालनालय ने अपने दस अफसरों के नाम शामिल हैं जिन पर आरोप लगाए गए हैं कि उनके कार्यकाल में 250 करोड़ रुपए का रेशम घोटाला हुआ है। यह घोटाला पिछले पांच वर्ष की अवधि के दौरान हुआ है।
ग्रामोद्योग विभाग ने जिन अफसरों के नाम इस घोटाले में होने की जानकारी लोकायुक्त को दी है, उनमें शिल्प फेडरेशन के तत्कालीन आयुक्त और प्रबंध संचालक एसडी पटेरिया, उप संचालक केके श्रीवास्तव, फील्ड ऑफिसर होशंगाबाद रवींद्र सिंह व वायएम श्रीवास्तव, फील्ड ऑफिसर पचमढ़ी प्रमोद पाठक, छिंदवाड़ा अजय नेमा, हरदा डीके गुप्ता, बुरहानपुर एसएस सोनी, खंडवा कस्तूरचंद चौधरी और बैतूल लक्ष्मण लिलौरे शामिल हैं।