Mr. Dilip Suryavanshi, Managing Director of Dilip Buildcon |
भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की कृपापात्र कंपनी दिलीप बिल्डकॉन ने एक कंपनी को ट्रांसपोर्टेशन का काम दिया। काम पूरा कर जब कंपनी ने पैसे मांगे तो पेमेंट नहीं किया, उल्टे एफआईआर करवा दी। हाईकोर्ट ने एफआईआर पर स्टे लगाकर पेमेंट दिलाने के लिए कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया है। मामला 1.38 करोड़ मात्र का है।
दिलीप बिल्डकॉन कंपनी व लाल साही ट्रांसपोर्ट कंपनी के बीच डामर के परिवहन का करार हुआ था। लाल साही कंपनी को मुंबई-बैतूल, मुंबई-तेलंगाना, मुंबई ग्वालियर-शिवपुरी तक डामर लाना था। इसके लिए दिलीप बिल्डकॉन ने 11 लाख का एडवांस भी दिया था।
इसके बाद लाल साही कंपनी ने 420 राउंड लगाए, जिसका किराया 1.38 करोड़ हो रहा था, लेकिन टेंकर से डामर चोरी का आरोप लगाते हुए दिलीप बिल्डकॉन ने 1.38 करोड़ का भुगतान रोक लिया। मोहना थाने में केस दर्ज करा दिया। लाल साही कंपनी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की।