ISIS का भारत में बढ़ता खतरा

राकेश दुबे@प्रतिदिन। आजमगढ़ के युवक द्वारा आई एस आई एस से वापिसी की बात इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आतंकी संगठन इस्‍लामिक स्‍टेट (आईएसआईएस) के प्रभाव की जद में भारत भी आने लगा है। यह आतंकी संगठन अब भारत में पैर पसारने की तैयारी में जुटा है। वैसे भी इस्लामिक स्टेट पिछले कुछ समय से लगातार भारत को निशाना बनाने के अपने इरादों को जाहिर करता आ रहा है। मौजूदा समय में आईएसआईएस अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। पिछले माह गृह सचिव की अध्यक्षता में सभी राज्यों के मुख्य पुलिस अधिकारियों को बुलाकर इस्लामिक स्टेट के खतरे और उसे रोकने की योजना पर विस्‍तृत चर्चा की गई थी। देश के पूर्वोत्‍तर राज्‍य असम में आईएसआईएस से जुड़ा कोई मामला अभी सामने तो नहीं आया है लेकिन इसके बावजूद एक बेहद चौंका देने वाला खुलासा हुआ है। असम में बड़ी संख्या में लोग आईएसआईएस के बारे में इंटरनेट से जानकारी जुटा रहे हैं। असम के पुलिस महानिदेशक ने बीते दिनों सनसनीखेज खुलासा किया कहा कि असम में आईएसआईएस के बारे में इंटरनेट पर जानकारियां खोजने के मामले जम्मू कश्मीर से भी अधिक हैं। बता दें कि आतंकी संगठनों की सामान्य रणनीति यह होती है कि कि ये पहले नई जगहों पर अपने पैर जमाते हैं और फिर कैडरों की भर्ती करते हैं। इसके बाद आतंकी हमलों की योजना को अंजाम देते हैं।

भारत के लिए चिंता की बात यह है कि पड़ोसी देशों बांग्लादेश और मालदीव में खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस की बढ़ती पकड़ ने देश में इसके प्रभाव को लेकर चिंता को बढ़ा दिया है। यह आतंकी संगठन भारत के चारों तरफ स्थित छोटे-छोटे देशों में अपने पैर जमा रहा है। मालदीव और बांग्लादेश में हाल में हुए बड़े हमले इस तरफ इशारा कर रहे हैं। बांग्लादेश में सख्त सुरक्षा वाले राजनयिक इलाके में एक इतालवी राहत कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बांग्लादेश में हत्या की यह ऐसी पहली घटना है, जिसकी जिम्मेदारी दुर्दांत आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ली। इस हमले के चलते पश्चिमी देशों के कई दूतावासों ने अपने राजनयिकों की गतिविधियों को सीमित कर दिया है। बांग्लादेश और मालदीव दोनों ही भारत के करीबी पड़ोसी देश हैं और इन देशों में आईएस के बढ़ रहे असर ने भारत की चिंता बढ़ाई है। यही नहीं, इन देशों के कई युवा आईएसआईएस में शामिल होने के लिए देश छोड़ चुके हैं।

श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703
rakeshdubeyrsa@gmail.com

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