इंदौर। Whatsapp पर ग्रुप बनाना एक स्टूडेंट को महंगा पड़ गया। उसे पुलिस अरेस्ट कर ले गई, देशद्रोह जैसा संगीन आरोप लगाकार जेल भेज दिया गया। जमानत के लिए हाईकोर्ट तक चक्कर लगाने पड़े।
शाजापुर के बीकॉम छात्र राहुल चौहान ने वाट्सएप पर धर्म विशेष के लिए छात्रों का ग्रुप बनाया था। 6 अक्टूबर 2015 को अन्य धर्म के छात्र को ग्रुप में जोड़ा, लेकिन ग्रुप मेंबर्स ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया। इस पर दूसरे धर्म के मेंबर ने भी देवी-देवताओं के आपत्तिजनक फोटो पोस्ट कर दिए।
ग्रुप के अन्य सदस्यों ने शाजापुर थाने पर सूचना दी। पुलिस ने केस दर्ज कर ग्रुप एडमिन राहुल को गिरफ्तार कर लिया। राहुल की ओर से एडवोकेट मनीष यादव ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका पेश की। उन्होंने पक्ष रखा कि आपत्तिजनक पोस्ट एडमिन ने नहीं किए थे। मामला राजद्रोह का भी नहीं बनता। न्यायमूर्ति आलोक वर्मा ने सशर्त जमानत दी।