मुरैना। मरीज भले ही मर रहा हो, डॉक्टर अपना धंधा ढूंढ ही लेते हैं। ऐसा ही कुछ डॉकअर मुनीष गुप्ता ने भी किया। मरीज की हालत बिगड़ती जा रही थी। उसे फोरन गहन चिकित्सा की जरूरत थी, परंतु पैसा बनाने के लिए डॉक्टर ने मरीज को रिफर करने से पहले एक इंजेक्शन लगाया, जिसकी कीमत 30 हजार रुपए थी। इस इंजेक्शन के लगते ही मरीज की मौत हो गई।
मुरैना के महावीरपुरा इलाके में रहने वाले महेश यादव को सीने में अचानक दर्द होने पर परिजन उन्हें लेकर डॉ. मुनीष गुप्ता के क्लिनिक पर पहुंचे। आरोप है कि डॉ. गुप्ता के इंजेक्शन लगाने के कुछ ही देर बाद महेश यादव की मौत हो गई। परिजन यतेंद्र सिंह के मुताबिक, डॉक्टर गुप्ता ने महेश की हालत देखते हुए ग्वालियर रेफर करने के लिए कहा था। साथ ही फौरी तौर पर राहत के लिए 30 हजार रुपए का एक इंजेक्शन लगाया था। इंजेक्शन लगाते ही महेश की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद के बाद डॉक्टर मौके से फरार हो गया।