पटना। भाजपा में मोदी को ललकारने की हिम्मत कोई नहीं करता, क्योंकि इतिहास गवाह है, जिसने सीधे मोदी को डैमेज करने की कोशिश की, उसे मोदी ने राजनीति के लायक ही नहीं छोड़ा। बावजूद इसके शत्रुघ्न सिन्हा ने अब सीधे मोदी को टारगेट किया है। उन्होंने कहा कि 'किसी में भी इतनी हिम्मत या डीएनए नहीं है कि मुझे निशाने पर ले सके।'
हार के लिए जवाबदेही तय करने की वरिष्ठ नेताओं की मांग का पक्ष लेते हुए सिन्हा ने कहा कि साझा जिम्मेदारी का ‘छद्मावरण’ अस्वीकार्य है और सुधारात्मक कार्यवाही के लिए लोगों की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। लोकसभा के सांसद सिन्हा ने पार्टी की सतत आलोचना करने के कारण अपने खिलाफ की जाने वाली किसी भी कार्रवाई का उपहास उड़ाया और कहा कि नासमझ लोगों द्वारा कार्रवाई की बात करना महज गीदड़ भभकी है।
शत्रुघ्न ने ट्वीट किया, ‘कुछ निहित स्वार्थ अभी भी हैं जो कोई भी सबक सीखने से इनकार कर रहे हैं। वो अब भी गलत सूचनाओं के जरिए गलतफहमियां पैदा करने का काम कर रहे हैं। पूर्व गृह सचिव और एक स्वाभिमानी बिहारी शेर (जिन्हें पछाड़ना आसान नहीं) सही हैं। किसी में भी इतनी हिम्मत या डीएनए नहीं है कि हमें एक ‘फटकार’ लगा सके।’
शत्रुघ्न द्वारा डीएनए शब्द का इस्तेमाल मोदी की उस टिप्पणी के संदर्भ में है, जिसमें उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर तंज कसा था। नीतीश ने बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में इसे एक बड़ा मुद्दा बना दिया था। सिन्हा ने कहा, ‘इस शिकस्त के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें यह जवाब देना चाहिए कि यह सब क्यों, कहां और कैसे हो गया? उन्हें भाजपा के वास्तविक वरिष्ठों को संतुष्ट करना चाहिए। नासमझ लोगों द्वारा कार्रवाई की बात करना महज गीदड़ भभकी है। यह समय है- प्रतिक्रिया का, समझने का, माफी मांगने का और पार्टी के दिग्गजों की संतुष्टि का।’