भोपाल। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले का घेराव करने निकले ग्राम रोजगार सहायकों को नीलम पार्क के सामने पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ये कर्मचारी पिछले दो दिनों से शाहजहांनी पार्क में धरने पर बैठे थे।
सेवाएं कलेक्टर के अधीन करने, समान कार्य-समान वेतन, ईपीएफ कटोत्रा और वेतन कटोती बंद करने की मांग को लेकर ग्राम रोजगार सहायकों का सोमवार से शाहजहांनी पार्क में धरना चल रहा। कर्मचारियों को उम्मीद थी कि शासन के प्रतिनिधि उनकी बात सुनने आएंगे। मंगलवार दोपहर तक कोई नहीं आया, तो रोजगार सहायकों ने रैली निकाल दी। वे मंत्री बंगले का घेराव करने जा रहे थे। पुलिस ने नीलम पार्क के सामने रोक लिया और समझाने की कोशिश की, लेकिन कर्मचारी नहीं माने, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही धरनास्थल पर लगा टेंट और साउंड सिस्टम भी जब्त कर लिया गया।
हर माह कट जाता है वेतन
रैली से पहले धरनास्थल पर सभा में मप्र ग्राम रोजगार सहायक महासंघ के अध्यक्ष रीतेश तिवारी, सचिव हुकुम सिंह मालवीय और मप्र संविदा अधिकारी-कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रमेश राठौर ने हर माह वेतन कटोती पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे रोकने की मांग की। नेताद्घय ने कहा कि शासन ने तय कर लिया है कि रोजगार गारंटी में आई राशि खर्च होगी, तभी रोजगार सहायकों को वेतन मिलेगा। राशि खर्च करने का अधिकार सरपंच और सचिव को है। यदि वे राशि खर्च नहीं करते हैं, तो इसमें हमारा क्या दोष है और इसके लिए हमारा वेतन क्यों कटना चाहिए। कर्मचारियों ने उन्हें सरपंच और सचिव के अधीन करने का भी विरोध किया।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा मांगों का ज्ञापन
मप्र राज्य कर्मचारी संघ ने अधिकारियों-कर्मचारियों को वार्षिक वेतनवृद्घि का लाभ देने सहित 20 मांगों को लेकर चरणबद्घ आंदोलन शुरू कर दिया है। मंगलवार को संघ की जिला शाखा ने एसडीएम हुजूर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा है।
संघ के जिला प्रवक्ता मयूर उपाध्याय ने बताया कि कर्मचारी राज्य सरकार की अनदेखी से नाराज है। केंद्र एवं राज्य में सातवें वेतन आयोग की अनुसंशाएं एवं वेतनमान लागू करने की तैयारी की जा रही है और छठवें वेतनमान एवं पूर्व के वेतनमान की विसंगतियों के निराकरण का अब तक रास्ता नहीं निकाला गया है। कर्मचारियों ने समय सीमा में मांगों का निराकरण नहीं होने पर प्रदेशव्यापी चरणबद्घ आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है।