भोपाल। सोने व चांदी के जेवर खरीदने के लिए शुभ माने जाने वाला पुष्य नक्षत्र का संयोग सोमवार की शाम से लेकर मंगलवार की शाम तक रहेगा। धनतेरस से पहले पड़ने वाले पुष्य नक्षत्र को खरीदी के लिए इसलिए खास माना जा रहा है, क्योंकि 12 बरस बाद सिंहस्थ गुरु के संयोग में भौम (मंगल) पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है।
इसी दिन साध्य और शुभ योग भी है। माना जाता है कि जब भी गुरु सिंह राशि में यानी सिंहस्थ होता है तो सूर्य बलवान होता है। सिंहस्थ गुरु के संयोग में पुष्य नक्षत्र में खरीदी करना लाभदायी व अक्षय कारक है, इससे परिवार में समृद्धि बढ़ेगी।
जेवर व मूर्ति खरीदना शुभ
ज्योतिष डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार 27 नक्षत्रों में सर्वश्रेष्ठ माने जाने वाला पुष्य नक्षत्र 2 नवंबर की शाम 4 बजकर 24 मिनट से 3 नवंबर की शाम 5 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। सुख-शांति व सौभाग्य के प्रतीक माने जाने वाले धातु सोना, चांदी, देवी-देवता की तांबे की प्रतिमा की खरीदी करने से जीवन में समृद्धि का वास होगा।