इंदौर। नगर निगम के बिलावली जोन कार्यालय के बिल कलेक्टर गौतम गोयल को लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को छह हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उसने एक मकान के प्रॉपर्टी टैक्स का असेसमेंट कम करने के लिए रुपए मांगे थे।
लोकायुक्त एसपी अरुण मिश्रा के मुताबिक, गोयल निगम में 19 साल से मस्टरकर्मी है। वह बिलावली जोन कार्यालय में राजस्व वसूली सहायक के पद पर पदस्थ है और उसके पास सहायक बिल कलेक्टर का प्रभार है। उसे रमेशकुमार नागर निवासी गणेश काॅलोनी पीपल्याराव की शिकायत पर पकड़ा।
फरियादी ने अपने मकान की पहली मंजिल पर अतिरिक्त निर्माण किया है। ऐसे में मकान के प्रॉपर्टी टैक्स के पुनर्निर्धारण के लिए असेसमेंट होना है। यह प्रक्रिया गोयल के पास से शुरू होना थी। असेसमेंट कम से कम हो, इसके लिए फरियादी ने गोयल से संपर्क किया तो उसने छह हजार रुपए मांगे। फरियादी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की थी। तीन दिन पहले फरियादी की आरोपी से बात करवाई तो उसने रुपए मांगे। रुपए गुरुवार दोपहर एक बजे देना तय हुआ। आरोपी ने फरियादी को जोन कार्यालय में बुलाया था। दोपहर एक बजे फरियादी वहां पहुंचा और आरोपी को कॉल किया कि वह रुपए लेकर आ गया है। इस पर आरोपी ऑफिस से बाहर आया और रुपए लेकर जेब में रखे ही थे कि लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे पकड़ लिया। टीम को देख आरोपी ने कहा- गलती हो गई। रुपए व पैंट जब्त कर आरोपी को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर मौके पर ही जमानत दे दी।