भोपाल। व्यापमं घोटाले में एक बार फिर राज्यपाल रामनरेश यादव टारगेट पर आ गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एक जनहित याचिका के संदर्भ में नोटिस जारी किए हैं। इधर राज्यपाल की तबीयत खराब हो गई। उन्हें दीक्षांत समारोह में जाना था, कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट में व्यापमं मामले का हवाला देकर राज्यपाल को पद से हटाने के लिए एक जनहित याचिका दायर की गई थी। इसी याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केंद्र सरकार, राज्य सरकार और राज्यपाल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा हैं।
सु्प्रीम कोर्ट में ग्वालियर के कुछ वकीलों ने याचिका दायर की थीं। याचिका में कहा गया है कि राज्यपाल पर वन रक्षक भर्ती घोटाले में 5 उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश करने का आरोप है। ऐसे आरोप के बीच वह राज्यपाल कैसे बने रह सकते हैं। एसआईटी ने वन रक्षक भर्ती घोटाले में राज्यपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसे हाईकोर्ट ने इसलिए रद्द कर दिया था क्योंकि आरोपी राज्यपाल है। अर्थ यह कि यदि वो राज्यपाल नहीं होते तो गिरफ्तार किए जा सकते थे।
अचानक बिगड़ी तबीयत, कार्यक्रम रद्द
राज्यपाल को शुक्रवार सुबह हेलीकॉप्टर से राजधानी से रीवा जाना था। ऐनवक्त पर उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उनके रीवा जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो सका है कि राज्यपाल की तबीयत किस वजह से बिगड़ी।
राज्यपाल को रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह में भाग लेना था. यह कार्यक्रम दोपहर एक बजकर पैतालीस मिनट पर प्रारंभ होना था। कार्यक्रम के बाद शाम को 5.20 बजे वे स्थानीय चोरहटा हवाई पट्टी से शासकीय हेली काफ्टर द्वारा भोपाल के लिये रवाना होना था।