रतीराम श्रीवास/टीकमगढ। पिछले माह देहात थाना में एक नाबालिग युवती के अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। जब प्रकरण दर्ज हुआ तब वो नाबालिग थी, उसका प्रेमी उसे भगा ले गया था अत: किडनेपिंग माना गया परंतु आज जब किडनेपर युवक को गिरफ्तार किया गया और युवती को मुक्त कराया तब वो बालिग हो गई। आज 2 नवम्बर 2015 को वो 18 साल की हो गई।
घटना के संबंध मे टीकमगढ देहात थाना प्रभारी ने बताया कि बीते माह ग्राम मबंई से एक चैरासिया समाज की नाबालिग लड़की अपने प्रेमी उदय राजपूत के साथ भाग गई थी। सूचना पर आरोपी उदय राजपूत के खिलाफ धारा 363, 366 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लडकी की तलाश प्रारंभ कर दी थी। गत दिवस मुखबर द्वारा सूचना मिली की। लडकी अपने प्रेमी के साथ महानगर दिल्ली मे रह रही है। पुलिस अधीक्षक टीकमगढ से परमीशन लेकर एएसआई भगवत शरण नामदेव, आरक्षक महेन्द्र सिंह आरक्षक सतीश मिश्रा, को दिल्ली भेजा। दिल्ली पहुॅच कर पुलिस ने सैनिक बिहार रानी बाग से लडकी सहित आरोपी उदय राजपूत को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने बताया कि आज 2 नबम्बर 2015 को लडकी 18 वर्ष की हो चुकी है। 2 नबम्बर 2015 की शाम को पुलिस दोनो को दिल्ली से लाई है। अब यदि युवती अपने प्रेमी के साथ जाना चाहती है उसे रोका नहीं जा सकेगा।
थाना प्रभारी ने बताया लडकी ने पूछताछ के दौरान बताया कि मेरा पिता मबंई मे चाट का ठेला लगाता है। और मुझे ठेला का संचालन करने को मजबूर करता है। ठेला के आस पास राहगीर असामाजिक तत्व फब्तिया कसते थे। जो मुझे अच्छा नही लगता था। इस कारण मै तंग हो चुकी थी। इसीलिये अपने प्रेमी उदय राजपूत के साथ भाग कर शिवपुरी पहुॅच कर मन्दिर मे हिन्दू रीतिरिवाज के अनुसार भगवान को साक्षी मानकर अपने प्रेमी के साथ सात फेरे लेकर जीवन साथी बना कर दिल्ली मे पहुॅच कर शान्ति से जीवन यापन कर रहे थे।