मुंबई। अंतत: महिलाओं के कपड़े अब हाईकोर्ट तक पहुंच ही गए। अदालत में कपड़ों को लेकर बहस हुई और इसकी सुनवाई आगे भी जारी रहेगी। याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि भारत में बढ़ रहीं रेप की घटनाओं में महिलाओं के छोटे कपड़े भी एक बड़ा कारण है।
याचिकाकर्ता चंद्रकांत पालव ने जैसे ही यह बात कही। इसके बाद अदालत में मौजूद वकीलों ने इसका जोरदार विरोध भी किया। अदालत ने याचिकाकर्ता को खामोश रहने की हिदायत दी।
असल में हाईकोर्ट में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पेश की गई अलग-अलग याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई चल रही थी। इसी दौरान पालव ने यह दलील दी। विरोध में वकीलों ने कहा कि यदि रेप का कारण कपड़े होते तो बच्चों के साथ क्यों दुष्कर्म की घटनाएं होती हैं।
पालव ने कहा था कि आजकल महिलाएं जींस, छोटे कुर्ते, शॉर्ट्स, टॉप और अन्य चुस्त कपड़े पहनती हैं। उनके अनुसार इसी के कारण रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं। बढ़ती घटनाओं को लेकर अन्य कारण भी बताए गए हैं जिसपर हाईकोर्ट आगे सुनवाई करेगा।