सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। बालाघाट एवं सिवनी आरटीओ कार्यालय में वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये इस मामले के मास्टर माइड राजीव उपाध्याय से पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारी प्राप्त हुई हैं जिसकी तस्दीक के लिये पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी द्वारा एसआईटी का गठन किया गया है जिसकी कमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी को सौंपी गई है इस टीम में प्रशिक्षु डीएसपी शशिकांत सैयाम, टीआई वारासिवनी नरेन्द्र यादव, बैहर टीआई जीयाउल हक , कटंगी टीआई संजय चैकसे, एएसआई निलकंठ सोनी तथा एसआई उमेश प्रजापति को शामिल किया गया है।
पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अवगत कराया की विगत दिनों भरवेली थाने में जप्त हुई एक मेटाडोर के फर्जी रजिस्ट्रेशन मामले में गिरफ्तार किये गये संतोष पांचे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जप्तशुदा वाहन का रजिस्ट्रेशन सिवनी जिले में होना पाया गया है उस दौरान लिपिक राजीव उपाध्याय वहीं पदस्थ था उसके बाद ही बालाघाट में पजीकृत हुये वाहनों के फर्जीवाडे में राजीव उपाध्यय की संलिप्तता पाई गई है।
श्री तिवारी ने यह भी अवगत कराया की पुलिस ने अबतक इस मामले से संबंधित 15 करोड रूपये के वाहन जप्त किये है 40 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया जा चुका है तथा जांच के दौरान संदिग्ध पाये गये 45 वाहन सड़क से गायब पाये गये वही 65 वाहनों से संबंधित रिकार्ड की फाईले बालाघाट के परिवहन कार्यालय से गायब हैै।
श्री तिवारी ने बताया की एसआईटी राजीव उपाध्याय की सम्पत्ति की भी जांच करेगी। जिसके लिये एक विशेष टीम रवाना की जा चुकी है।