भोपाल। रेल विभाग अब अपने यात्रियों की जेब पर डाका डालने की योजनाएं बनाने लगा है। दीपावली के अवसर पर यात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के बदले मोटी कमाई की प्लानिंग की गई है। इसलिए इस बार त्यौहार पर स्पेशल ट्रेन नहीं चलेंगी बल्कि तत्काल स्पेशल ट्रेन चलेंगी। जिसके टिकिट तत्काल के बराबर होंगे। सामान्य से कम से कम 25 प्रतिशत महंगे।
इसके अलावा हबीबगंज से पुणे व पटना के लिए भी तत्काल स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी है। इसका प्रस्ताव जोन मुख्यालय को भेजा गया है। रैक मिला तो दोनों जगहों के लिए दीपावली के आसपास ट्रेन चलेंगी। पिछले त्योहारों में ज्यादा वेटिंग होने पर भोपाल से रीवा, लखनऊ, पटना के लिए स्पेशल ट्रेन चलती थीं। इनका किराया अन्य मेल/एक्सप्रेस या सुपर फास्ट ट्रेनों की तरह रहता था। रेलवे अब इसमें बदलाव कर उन्हीं ट्रेनों को तत्काल स्पेशल के रूप में चला रहा है। ज्ञात हो कि इटारसी आरआरआई में आगजनी की घटना से 35 दिन रेल ट्रैफिक बंद रहा, जबकि हरदा रेल हादसे की वजह से भी ट्रेनें नहीं चलीं, लिहाजा भोपाल रेल मंडल की आय इस साल कम रही। सूत्र बताते हैं कि इसकी भरपाई के लिए ही यह तरीका अपनाया गया है।
ट्रेनों में सामान्य और तत्काल किराया
भोपाल-लखनऊ सामान्य तत्काल
स्लीपर 355 450
एसी 3 935 1,195
भोपाल-पुणे सामान्य तत्काल
स्लीपर 430 555
एसी 3 1,165 1,505
(सामान्य व तत्काल का किराया रुपए में)
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रेवांचल में 400 से ज्यादा वेटिंग फिर भी घोषणा नहीं
दीपावली के चलते हबीबगंज-रीवा रेवांचल एक्सप्रेस में 5 से 10 अक्टूबर तक स्लीपर क्लास की वेटिंग 400 से ऊपर है। इसी तरह से एसी 3 की वेटिंग 80 तक है। यह ट्रेन पूरी क्षमता के साथ चल रही है, लिहाजा अतिरिक्त कोच नहीं लग सकते। वेटिंग क्लीयर के होने की संभावना भी कम है। भोपाल मंडल हर साल दीपावली व रक्षाबंधन पर रीवा के लिए स्पेशल ट्रेन चलाता था, लेकिन इस बार सिर्फ एक दिन के लिए स्पेशल ट्रेन की घोषणा की गई है, वह भी दिन में।
भोपाल से कोई विकल्प ट्रेन नहीं
इंडियन रेलवे 1 नवंबर से देशभर में रिजर्व यात्रियों के लिए 'विकल्प' की सुविधा शुरू करने जा रही है। इसमें चार्ट बनने के बाद वेटिंग के यात्रियों को उसी प्रस्थान व पहुंचने वाले स्टेशन के बीच दूसरी ट्रेनों में जाने का विकल्प रहेगा। इसके लिए आरक्षण फॉर्म में विकल्प ऑप्शन देना होगा। भोपाल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि हबीबगंज व भोपाल से कोई भी ट्रेन अभी चि-ति नहीं की गई है। बता दें कि एक ट्रेन के विकल्प के लिए तीन ट्रेन चि-ति करना है।
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स्पेशल ट्रेन यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई जाती है। अगर यात्री को रिजर्वेशन नहीं मिल पा रहा है तो एक्स्ट्रा कोच या फिर स्पेशल ट्रेन चलाना चाहिए। तत्काल स्पेशल में सफर यात्रियों के लिए काफी महंगा पड़ेगा।
ओबी मिश्रा, पूर्व सदस्य, एनआरयूसीसी