भोपाल। मप्र की राजधानी में इन दिनों जंगली जानवरों की धमाचौकड़ी मची हुई है। आधा दर्जन टाइगर्स खुले घूम रहे हैं। तीन रोज पहले एक मगरमच्छ रास्ता भटक गया था, उसकी प्रेमिका उसे तलाशते हुए सड़कों पर निकल आई। अब भदभदा मछली पालन केन्द्र से एक मगरमच्छ फरार हो गया।
भदभदा पुल के पास दो दिन में दो मगरमच्छ देखे गए हैं। बुधवार सुबह नया मछलीघर के स्टाफ ने वन विहार प्रबंधन को मगरमच्छ देखे जाने की सूचना दी थी। रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, तब मगरमच्छ मछली प्रजनन कुंड की दीवार पर बैठा धूप सेंक रहा था। टीम ने जैसे ही उसे पकड़ने की कोशिश की। वह कुंड में उतर गया। इसके बाद टीम ने करीब डेढ़ घंटे मेहनत की, लेकिन वह हाथ नहीं आया। मत्स्य विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि मंगलवार रात को मगरमच्छ पहली बार दिखाई दिया था। उसे देखकर कुत्ते भौंक रहे थे। उनका कहना है कि मगरमच्छ प्रजनन कुंड में रहकर मछलियों को शिकार कर रहा है। इस कुंड में 5 किलो तक की मछली रखी जाती है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार सुबह भदभदा के पुराने पुल के नीचे से 11 फीट लंबा नर मगरमच्छ पकड़ा गया था। जिसे वन विहार में छोड़ा गया है।