इंदौर। जो कुछ वर्षों पहले कांग्रेस में हुआ करता था, इन दिनों भाजपा में हो रहा है। भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता एवं झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक मुकेश शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है। वो दुखी हैं क्योंकि इंदौर के लोकल लीडर्स उन्हें काम ही नहीं करने दे रहे।
श्री शर्मा ने कहा कि जिस पार्टी के लिए वर्षों से काम कर रहा हूं, उसके नगर अध्यक्ष मुझे पहचानते नहीं। कहते हैं तुमने पार्टी के लिए किया क्या है। इसलिए पार्टी से इस्तीफा देना ही एकमात्र विकल्प बचा है।
संगठन और वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी से दुखी शर्मा ने रविवार को पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि आठ साल से मजदूरों के लिए काम कर रहा हूं। हमने 16 मजदूर चौक पर शिविर लगवाकर 30 हजार मजदूरों के कार्ड बनवाए, ताकि उन्हें सरकार की योजना का लाभ मिल सके। यह योजना दो साल से नगर निगम को दे दी। आठ माह से निगम ने काम ही नहीं किया। इस समस्या को नगर अध्यक्ष, संगठन मंत्री, महापौर, एमआईसी सदस्यों के सामने भी उठाया, लेकिन कोई भी गंभीर नहीं है।
74 हजार कार्ड सरकार ने बनाए, लेकिन 20 हजार कार्ड भी इस्तेमाल नहीं किए जा रहे हैं। 50 हजार कार्ड लेप्स हो गए हैं। मजदूर मेरे घर आते हैं, मैं क्या जवाब दूं। शर्मा ने कहा नगर अध्यक्ष और महापौर कहते हैं तुमको क्या करना, इतनी चिंता क्यों कर रहे हो। घर बैठो। ऐसी स्थिति में पार्टी में रहने का क्या औचित्य है।