बेंगलुरू। भारत में ठगी का कारोबार बहुत पुराना है। कई बार ठग ऐसे कारनामे करते हैं कि जमाना देखता रह जाता है। वर्षों पहले एक ठग ने ताजमहल बेच दिया था, पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उसे पकड़ा। यहां ठग ने पुलिस स्टेशन ही बेच डाला।
यह घटना बेंगलुरू के कामाक्षीपाल्या पुलिस स्टेशन की हैं जिसके साथ ऐसा किया गया है। पता तो तब चला जब खरीददार अपने साथ मजदूरों को लेकर यहां आ पहुंचा और निर्माण कार्य शुरू कर दिया। पुलिस ने रोका तो उसने कागजात दिखा दिए।
कागजातों में की छेड़छाड़
इसके बाद पता चला कि ठगों ने पुलिस स्टेशन की वह जमीन काफी पहले ही बेच दी थी। इसके लिए ठगों ने 1966 के कागजातों में छेड़छाड़ की थी। उस समय यह जमीन राज्य सरकार की थी।
पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो इसमें बी. शिवकुमार स्वामी नाम व्यक्ति का नाम सामने आया जिसने यह जमीन बेच थी। स्वामी ने यह जमीन डी. नागेंद्र कामत नाम के व्यक्ति को बेची थी। स्वामी ने कामत पुलिस स्टेशन की वह जमीन यह कहकर बेची थी वर्तमान में वह वहां पर रह रहा है। इसके बाद कामत ने बिना मौका देखे उसके पैसे अदा कर दिए थे। हालांकि इस मामले में अब केर्स दर्ज कर जांच की जा रही है।