भोपाल। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने मुबंई से प्रेसवार्ता में बताया कि प्रदेश में कार्यरत 1 लाख 84 हजार अध्यापकों को छठवें वेतनमान का पूर्ण लाभ 1 जनवरी 2016 से दिया जायेगा। उन्हौने बताया कि अध्यापकों को यह लाभ सितम्बर 2017 में दिया जाना था।
शिवराज ने कहा कि सरकार ने ये फैसला इसलिए लिया ताकि सातवां वेतनमान यदि आता है तो शिक्षकों को भी उसका लाभ मिल सके. छठवें वेतनमान के लागू नहीं होने के दौरान ही सातवां वेतनमान आ जाए तो शिक्षक उसके लाभ से वंचित रह जाएंगे.
ऐसे में सरकार ने नए साल से ही शिक्षकों के लिए वेतनमान लागू करने का निर्णय लिया है. शिवराज ने ये भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश के शिक्षक इस सौगात को पाने के बाद और भी निष्ठा के साथ काम करेंगे.
शिवराज ने कहा कि सरकार ने ये फैसला इसलिए लिया ताकि सातवां वेतनमान यदि आता है तो शिक्षकों को भी उसका लाभ मिल सके. छठवें वेतनमान के लागू नहीं होने के दौरान ही सातवां वेतनमान आ जाए तो शिक्षक उसके लाभ से वंचित रह जाएंगे.
ऐसे में सरकार ने नए साल से ही शिक्षकों के लिए वेतनमान लागू करने का निर्णय लिया है. शिवराज ने ये भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश के शिक्षक इस सौगात को पाने के बाद और भी निष्ठा के साथ काम करेंगे.
राज्य अध्यापक संघ के जिला शाखा अध्यक्ष डी.के.सिंगौर ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि छठवें वेतनमान मिल जाने के बाद अध्यापकों को सांतवे वेतनमान का लाभ भी समय पर दिया जायेगा। माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्यापकों को यह लाभ देने के लिये 1125 करोड़ का अतिरिक्त भार आयेगा। उन्हौने यह भी कहा कि शिक्षा इतनी अमूल्य है कि इसके आगे इस राशि को खर्च करना शिक्षा की कीमत नहीं हो सकती।
उन्हौने अपने वक्तव्य में अध्यापकों का अभिनदंन करते हुये यह माना कि अध्यापक कम वेतन पर कत्र्तव्य निष्ठा के साथ पढ़ाया है। माननीय मुख्यमंत्री की घोषण से राज्य अध्यापक संघ के डी.के.सिंगौर रवीन्द्र चैरसिया,संजय श्रीवास्तव, प्रकाश सिंगौर, सुनील नामदेव, गंगाराम यादव, मोहन यादव, उमेश यादव, अजय मरावी,संजीव सोनी, ब्रजेश तिवारी, पुष्पेन्द्र तिवारी, नंदकिशोर मार्को, माखन चैहान, मंशाराम झारिया,चंद्रशेखर तिवारी, सुनील नामदेव, राकेश जायसवाल, श्यामबिहारी चैधरी, शिवरतन सिंह सौयाम,श्याम बैरागी,तुलसीराम बंदेवार आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की हे।