
नगर निगम ने विश्व हिंदी सम्मेलन से एक दिन पहले 9 सितंबर को पुरानी विधानसभा के सामने शिवनीर का लोकार्पण किया था। इसमें निजी कंपनी को लोगों को मुफ्त पेयजल मुहैया कराना था और मुनाफे के लिए बल्क में पानी बेचना था। निगम ने निजी कंपनी को टेंडर के जरिए ऐसा करने की अनुमति दे दी लेकिन इसके लिए पहले राज्य स्तरीय साधिकार समिति से अनुमति नहीं ली गई। यही नहीं अब निगम कंपनी को 14 रुपए प्रति हजार लीटर में साफ पानी देता है और इसी पानी को कंपनी फ़िल्टर कर निगम को 1000 रुपए में वापस कर देती है। निगम ने इस पानी को खरीदने के लिए आदेश निकाल दिया है। इसके तहत निगम के सभी जोन आॅफिस और रैन बसेरा आदि में इस पानी की खरीदी होगी।