मप्र में 5-5 करोड़ में बिके हैं IAS अवार्ड: कांग्रेस

Bhopal Samachar
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने भारत सरकार द्वारा एक अधिसूचना के माध्यम से जारी मध्यप्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा के 16 और गैर राज्य प्रशासनिक सेवा के 4 अधिकारियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस.) में पदोन्नति सूची को लेकर गंभीर आरोप लगाया है। 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की रिफारिश पर जारी इस अधिसूचना के माध्यम से पदोन्नति ने तीन से पांच करोड़ रूपये का लेन-देन हुआ है। यहीं नहीं मिश्रा ने तकनीकी शिक्षा मंत्रालय में अपर सचिव के पद पर पदस्थ शमीमुद्दीन को लेकर तो यहां तक कहा है कि उनके विरूद्ध व्यापमं घोटाले में मिली भ्रष्टाचार की बड़ी राशि से हुजूर तहसील के ईटखेडी क्षेत्र के कुराना नामक हल्के के बिसनखेडी ग्राम में खसरा नं. 12/1/1 और 12/2 भूमि में अपनी पत्नी नईन खलिक के नाम पर भूमि खरीदने के भी आरोपों की सी.बी.आई. में की गई शिकायत की गई है । 

आज यहां जारी अपने बयान में मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में राज्य प्रशासनिक सेवा और गैर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को आई.ए.एस. बनाए जाने को लेकर पूर्व में भी कांग्रेस पार्टी ने गंभीर प्रामाणिक आरोप न केवल लगाए थे, बल्कि राज्य सरकार द्वारा सिफारिश किए गए ऐसे नामों को पूर्ववती  यूपीए सरकार के दौरान प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहनसिंह के हस्तक्षेप पर रोक भी दिया गया था किन्तु उन नामों में से कई नाम इस सूची में शामिल होने में पुनः सफल हो गए है । 

उन्होंने कहा कि शमीमुद्दीन का चयन इस बात को स्पष्ट कर रहा है कि व्यापमं महाघोटाले में भ्रष्टाचार के माध्यम से अकूत दौलत कमाने वालों का सरकार में आज भी रसूख पूर्ववत कायम है। मिश्रा ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा है कि शमीमुद्दीन का चयन किन विशेष योग्यताओं के तहत किया गया है, जबकि उनके विरूद्ध राजधानी भोपाल के ही एश्वर्य पाण्डे ने सीबीआई को दर्ज कराई गई शिकायत में मध्यप्रदेश तकनीकी शिक्षा, क्रिस्प, एम.आॅन.लाईन और एक निजी कम्प्यूटर संस्था सीनेट से जुड़ें 15 ओहदेदारों के खिलाफ उक्त उल्लेखित हुजूर तहसील के ईटखेडी क्षेत्र के कुराना नामक हल्के के बिसनखेडी ग्राम में खसरा नं. 12/1/1 और 12/2 भूमि में एक साथ अपने सगे संबंधियों/स्वयं के नाम से निवेश करने की शिकायत दर्ज कराई है और इन पन्द्रह नामों के निवेश की समस्त जानकारी मध्यप्रदेश के लेण्ड रेकार्ड पोर्टल पर भी उपलब्ध है । इस जानकारी में जिन नामों का उल्लेख है उनके नाम इस प्रकार है:-

1. व्यापमं घोटाले के सूत्रधार पंकज त्रिवेदी-जमीन मालिक ईषान त्रिवेदी
2. आरजीपीवी के कुलपति पीयूष त्रिवेदी-जमीन मालिक इशिता त्रिवेदी
3. तकनीकी शिक्षा मंत्रालय में अवर सचिव शमीमुद्दीन- जमीन मालिक नईम खलिक
4. क्रिस्प सीईओ मुकेश शर्मा- जमीन मालिक सपना शर्मा 
5. पूर्व बीडीएम एम.पी.आॅनलाईन- जमीन मालिक बृजेश व्यास 
6. पूर्व तकनीकी संचालक- अरूण नाहर- जमीन मालिक रूचि नाहर 
7. डीन, एकेडमिक्स आरजीपीवी- मुकेश पाण्डेय, जमीन मालिक राजेश पाण्डेय
8. डिप्टी रजिस्टार आरजीपीवी-संजीव शर्मा- जमीन मालिक अनिता शर्मा
9. संयुक्त परीक्षा नियंत्रक यूआईटी आरजीवी -एससी चैबे- जमीन मालिक गरिमा चैबे
10. प्राचार्य पाॅलीटेक्निक शाखा आरजीपीवी- जमीन मालिक-आर.के.श्रीवास्तव
11. क्रिस्प में नौकरीपेशा राजेश पचघड़े-जमीन मालिक-संगीता पचघडे
12. क्रिस्प के अधिकारी- श्रीकांत बंसल-जमीन मालिक वर्षा बसंल
13. क्रिस्प में नौकरी पेशा-राजेश महेश्वरी- जमीन मालिक सुनीता माहेश्वरी
14. क्रिस्प में नौकरी रंजन कुमार- जमीन मालिक राका रंजन
15. सीनेट नामक संस्था के मालिक प्रवीण क्रिशक- जमीन मालिक लीना क्रिशक . 

श्री मिश्रा ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने का आग्रह किया है । 

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!