भोपाल। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरूण द्विवेदी एवं महामंत्री तथा राज्य स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के संयोजक लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि सूत्रो से ज्ञात हुआ है कि लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ए.एन.एम. एवं बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला जिनकी संख्या करीब 8000 से अधिक है कि सेवा निवृत्ति आयु 65 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष किये जाने का प्रस्ताव तैयार करने जा रहा है । इससे प्रदेष भर की ए.एन.एम. एवं बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला चिंतित है।
विदित है कि स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग संवर्ग में कार्य करने वाले कर्मचारियों की सेवा निवृत्ति आयु 65 वर्ष है । विभाग में कार्यरत ए.एन.एम. एवं बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला का पंजीयन मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल से हाने के कारण इन कर्मचारियों को भी नर्सिंग संवर्ग में शामील किया जाता है और इस आधार पर इनकी सेवानिवृत्ति 65 वर्ष की आयु में होती है । अब विभाग की मंषा ए.एन.एम. एवं बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला कर्मचारियों को नर्सिंग संवर्ग से बाहर करने की है ।
अनेक ए.एन.एम. एवं बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला ने अपनी पदोन्नति जो खण्ड विस्तार प्रषिक्षक के पद पर की गई थी को इसलिये त्याग दिया था कि उन्हें 65 वर्ष की सेवानिवृत्ति का लाभ मिलता रहे.
ए.एन.एम. एवं बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला ग्रामीण स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने वाली महत्वपूर्ण धूरी है और इन्हें विभाग की रीढ की हडडी कहा जाता है । 60 वर्ष की आयु में यदि ए.एन.एम. एवं बहुउददेषीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला को सेवानिवृत्त किया जाता है तो बडी संख्या में कर्मचारियों के सेवा निवृत्त होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवायें पर प्रतिकूल प्रभाव पड सकता है ।
मध्यप्रदेष तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष अरूण द्विवेदी संघ की स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के संयोजक लक्ष्मीनारायण शर्मा, सुषमा पाण्डे, प्रियांषी मांझी, सविता शुक्ला, सरोज मिश्रा, प्रभा खानवलकर, ज्योति शर्मा, निन्द्रा मिश्रा,सुनीता पटेल, एस.के. सक्सेना, एन.के. अग्निहोत्री, प्रषांत सक्सेना, राकेष मिश्रा आदि ने सरकार के इस प्रस्ताव का विरोध कर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से स्थिती स्पष्ट करने की मांग की है ।