भोपाल। चार बस ऑपरेटरों ने जालसाजी से टैक्स चोरी कर शासन को 55 लाख रुपए से अधिक की चपत लगा दी। इन ऑपरेटरों ने आरटीओ से स्कूलों व कॉलेज में बसें लगाने के नाम पर परमिट लिए और बसों को भेल कारखाने में ठेके पर लगा दिया। शिकायतों की जांच में टैक्स चोरी का खुलासा हुआ। अभी ऐसी छह बसें सामने आई हैं। इनमें से दो बसें वर्मा ट्रेवल्स की हैं। एमपी नगर पुलिस ने आरटीओ की शिकायत पर टैक्स चोरी समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरटीओ को ऑपरेटरों की बसें भेल में ठेके पर लगाए जाने के अनुबंध पत्र भी मिले हैं।
एमपी नगर टीआई राजकुमार सराफ के मुताबिक प्रकाश आर्या आरटीओ में सहायक ग्रेड-3 के पद पर हैं। उन्होंने सोमवार शाम एमपी नगर पुलिस से चार बस ऑपरेटरों के खिलाफ टैक्स चोरी की शिकायत की। उन्होंने बताया कि आरोपी मनीष सक्सेना, अनिल वर्मा, दीपक वर्मा और नवीन चतुर्वेदी ने शैक्षणिक संस्थान में बस लगाने के नाम पर बड़ी बसों का परिमट लिया था। उनके खिलाफ कई लोगों ने परमिट के नियमों का उल्लघंन कर उसका कॉमर्शियल उपयोग करने की शिकायत की। आरटीओ ने इस संबंध में परमिट लेने वाले सभी बस ऑपरेटरों की जांच करते हुए संबंधित स्कूल प्रबंधन को पत्र लिखकर जानकारी मांगी, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उनके यहां इस तरह की किसी भी बस के अटैच होने से इंकार कर दिया। अभी ऐसी 6 बसें सामने आई हैं। टीआई सराफ के मुताबिक पुलिस ने चारों बस ऑपरेटरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।